Last Updated on अप्रैल 12, 2024 by Neelam Singh
सारांश
फेसबुक पर जारी एक वीडियो पोस्ट के जरिए दावा किया जा रहा है कि रात के वक्त दही नहीं खाना चाहिए। इस पोस्ट को दही खाने का सही समय और तरीका के अंतर्गत जारी किया गया है। जब हमने इस पोस्ट का तथ्य जाँच किया तब पाया कि यह दावा ज्यादातर गलत है।
दावा
फेसबुक पर जारी एक वीडियो पोस्ट के जरिए दावा किया जा रहा है कि रात के वक्त दही नहीं खाना चाहिए। इस पोस्ट को ‘दही खाने का सही समय और तरीका’ के अंतर्गत जारी किया गया है। हालांकि इस पोस्ट में रात के वक्त दही खाने से क्या होगा, इस बात की जानकारी नहीं दी गई है इसलिए यह दावा लोगों को भ्रमित करने वाला हो सकता है।
तथ्य जाँच
दही खाने के फायदे क्या हैं?
UCLA के अनुसार बिना मिठास वाला दही मस्तिष्क के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। दही में Zinc, Choline और Iodine प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। Iodine मस्तिष्क और neurological विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि Iodine Thyroid Hormone बनाने में मदद करता है। Iodine की थोड़ी भी कमी मस्तिष्क विकास जैसे- बौद्धिक एवं तार्किक शक्ति को प्रभावित करती है।
दही प्रोबायोटिक्स से भरपूर होता है। ये जीवित बैक्टीरिया होते हैं, जो आपके पेट के स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाते हैं। प्रोबायोटिक्स बेहतर पाचन और पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ावा देकर आंतों के स्वस्थ संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं। वे कब्ज, दस्त और Irritable Bowel Syndrome जैसी समस्याओं में भी मदद कर सकते हैं। प्रोबायोटिक्स संभावित रूप से शरीर को हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में मदद कर सकते हैं।
दही कैल्शियम, फास्फोरस और विटामिन डी का एक अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं। कैल्शियम का सेवन ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डी के फ्रैक्चर को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
कुछ अध्ययनों से पता चला है कि दही का सेवन हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। कुछ प्रोबायोटिक स्ट्रेन खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर को कम करने और हृदय रोग के खतरे को कम करने में मदद कर सकते हैं।
दही खाने से क्या नुकसान होते हैं?
दही कई लाभ प्रदान करता है लेकिन इसके कुछ संभावित नुकसान भी हैं। कुछ लोगों के लिए दही को पचा पाना मुश्किल हो सकता है, जिससे सूजन, गैस या कब्ज हो सकता है। यह लैक्टोज इंटोलरेंस (Lactose Intolerance) या कमजोर पाचन तंत्र वाले लोगों को ज्यादा प्रभावित करता है।
कभी-कभी दही उन लोगों के लिए कब्ज का कारण बन सकता है, जिनका पाचन तंत्र कमजोर होता है।
क्या रात के वक्त दही नहीं खाना चाहिए?
रात के वक्त दही के सेवन को लेकर कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं, जो बताते हो कि किसी निश्चित समय पर दही खाने से किसी तरह के नुकसान होते हैं या नहीं। हालांकि यह लोगों के स्वास्थ्य की स्थिति पर निर्भर करता है कि उनकी शारीरिक संरचना कैसी है।
आहार विशेषज्ञ नबरुणा गांगुली बताती हैं, “दही का सेवन करना शरीर को पौष्टिक तत्व प्रदान करता है। दही में मौजूद पोषक तत्व यानी प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, पोटेशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम स्वस्थ जीवन की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उत्कृष्ट स्रोत हैं। दही एक प्रोबायोटिक भोजन है, जो अच्छे बैक्टीरिया द्वारा बेहतर पाचन के साथ-साथ मल त्याग को आसान बनाते हैं, यानी कब्ज की स्थिति को कम करते हैं। वहीं इसमें मौजूद कैल्शियम बेहतर अवशोषण में मददगार साबित होते हैं, जो हड्डियों को स्वास्थ्य बनाए रख सकते हैं। इनमें मौजूद अन्य कारक यानी सोडियम और पोटेशियम सामान्य स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं। साथ ही इस बात का कोई व्यावहारिक प्रमाण नहीं है कि दही का रात के वक्त सेवन करने से कोई स्वास्थ्य समस्या होती है।”
उन्होंने आगे बताया, “दही की तासीर ठंडी होती है इसलिए कभी-कभी ठंड के मौसम में पाचन प्रक्रिया में बाधा डाल सकते हैं, लेकिन जिन लोगों का पाचन तंत्र अच्छा होता है, उन्हें इसकी चिंता करने की जरूरत नहीं है। वहीं रात के समय दही अपच का कारण बन सकता है लेकिन यह हर किसी के लिए सच नहीं है। वहीं अस्थमा, सर्दी से एलर्जी और COPD के रोगियों को ठंड के मौसम और रात के समय दही से परहेज करने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे शरीर का तापमान कम हो जाता है और उनमें बलगम का निर्माण बढ़ सकता है।”
अतः उपरोक्त शोध पत्रों एवं चिकित्सक के बयान के आधार पर कहा जा सकता है कि यह दावा ज्यादातर गलत है क्योंकि भले ही रात के वक्त दही का सेवन करने से अपच की समस्या होती है लेकिन यह हर किसी के लिए एक समान नहीं है।
हमने पहले भी कई भ्रामक दावों की जाँच की है, जैसे- पुरुषों के लिंग के आकार को हर्बल औषधि के प्रयोग से बढ़ाया जा सकता है और माचिस की तीली बिच्छू के डंक का सही उपचार है.
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