Last Updated on अप्रैल 12, 2024 by Neelam Singh
अच्छे स्वास्थ्य के लिए अनिद्रा और चिंता से बचना आवश्यक है। इस हेतु उचित खाद्य पदार्थ के चयन के महत्व को कम नहीं किया जा सकता है। हमारे मानसिक और भावनात्मक संतुलन के दो बुनियादी पहलू हैं जो हमारे खाने की पसंद को प्रभावित करते हैं। अत: क्या खाना है, यह जानने से पहले जरूरी है कि चिंता और अनिंद्रा के कारण को समझा जाये?
चिंता और अनिद्रा के कारण क्या हो सकते हैं?
चिंता और अनिद्रा के कारण अक्सर एक-दूसरे से संबंधित होते हैं। काम का दबाव, व्यक्तिगत समस्याएं या वित्तीय चिंता, इत्यादि इन समस्याओं के कारण हो सकते हैं। यह स्थिति नींद के पैटर्न को बाधित करती है, जो अनिद्रा का कारण बनता है। सामान्य चिंता विकार या अवसाद जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं भी चिंता और विकार के कारण हो सकते हैं। अत्यधिक कैफीन का सेवन या अनियमित नींद का समय जैसे जीवनशैली के विभिन्न कारक भी इन विकारों में वृद्धि कर सकते हैं। इसके अलावा, चिकित्सा की स्थिति और दवाइयां भी इनके कारण हो सकते हैं।
कौन से खाद्य पदार्थ चिंता और अनिद्रा में वृद्धि कर सकते है?
अनुचित खाद्य पदार्थ, अनिद्रा और चिंता का कारण बन सकता है। जबकि अपने भोजन में नींद को बढ़ावा देने वाले और चिंता से राहत देने वाले खाद्य पदार्थ को शामिल करना आवश्यक है। कुछ खाद्य पदार्थों के प्रति सचेत रहने की भी सलाह दी जाती है, जो अनिद्रा और चिंता को बढ़ाते हैं। यहां ऐसे खाद्य पदार्थ की सूची है, जिनका परहेज़ करना चाहिए:-
कैफीन
कैफीन से भरपूर खाद्य पदार्थ निद्रा चक्र को बाधित कर चिंता को बढ़ा सकते हैं। इसलिए रात में कॉफी, चाय, ऊर्जा पेय और कैफीनयुक्त पेय पदार्थों का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
चीनी और परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट
चीनी और परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट से युक्त उच्च खाद्य पदार्थ रक्त शर्करा के स्तर में उतार-चढ़ाव और चिंता का कारण बन सकते हैं। इसलिए साबुत अनाज और जटिल कार्बोहाइड्रेट का सेवन करना चाहिए।
शराब
शुरुआती दौर में शराब पीने से नींद में मदद मिल सकती है, लेकिन कुछ समय बाद यह निद्रा चक्र को बाधित कर देती है, जिससे अधूरी नींद या बेचैनी हो सकती है। इसलिए रात में शराब के सीमित सेवन की सलाह दी जाती है।
मसालेदार और भारी खाद्य पदार्थ
मसालेदार या भारी और चिकना खाद्य पदार्थ अपचन और असुविधा का कारण बन सकता है, जिससे चैन से सोना मुश्किल हो सकता है। रात में हल्का भोजन ही करना चाहिए।
अत्यधिक प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ
प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ योजकों और संरक्षकों से भरपूर होते हैं। ये व्यक्ति के समग्र स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। बेहतर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों को चुनें।
अत्यधिक नमक
खाद्य पदार्थ में सोडियम का उच्च स्तर रक्तचाप और नींद में अनियमितता पैदा कर सकता है। इसलिए, नमक का सेवन कम करने की सलाह दी जाती है।
कृत्रिम मिठास
कुछ लोग कृत्रिम मिठास के प्रति संवेदनशील हो सकते हैं क्योंकि इसका सेवन परिवर्तित आंत माइक्रोबायोटा से जुड़ा हुआ है, जो मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। इसलिए, प्राकृतिक मिठास का सेवन करना चाहिए।
कौन सी कमियां अनिद्रा का कारण बनती हैं?
कई पोषक तत्वों की कमी से अनिद्रा हो सकती है। नींद से जुड़ा एक प्रमुख खनिज मैग्नीशियम है। अपर्याप्त मैग्नीशियम का स्तर निद्रा चक्र को बाधित कर सकता है, जिसके कारण अनिद्रा की समस्या हो सकती है। मैग्नीशियम नींद में शामिल मेलाटोनिन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर के विनियमन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
किस विटामिन की कमी से अनिद्रा होती है?
विटामिन की कमी, विशेष रूप से विटामिन बी की कमी, अनिद्रा में योगदान कर सकती है। विटामिन बी-6 और बी12 न्यूरोट्रांसमीटर के संश्लेषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिसमें सेरोटोनिन और मेलाटोनिन शामिल हैं, जो निद्रा चक्र को नियंत्रित करने में शामिल हैं। इन विटामिनों के अपर्याप्त स्तर न्यूरोट्रांसमीटरों के उत्पादन को बाधित कर सकते हैं। इससे अच्छी तरह से नींद नहीं आती है। संभवत: संतुलित आहार या पूरक आहार के माध्यम से बी विटामिन प्राप्त करना महत्वपूर्ण है।
अनिद्रा और चिंता के लिए कौन से खाद्य पदार्थ अच्छे हैं?
हालांकि, केवल डाइट से अनिद्रा और चिंता का इलाज संभव नहीं है, लेकिन ऐसे कुछ खाद्य पदार्थ हैं, जो बेहतर नींद में भी सहायक हो सकते हैं। ध्यान दें कि खाद्य पदार्थों के प्रति व्यक्तिगत प्रतिक्रियाएँ भिन्न हो सकती हैं, इसलिए यह जानना आवश्यक है कि आपका शरीर कैसे प्रतिक्रिया करता है। यहां कुछ खाद्य पदार्थ दिए गए हैं, जिनसे अच्छी नींद आ सकती हैंः
अनिद्रा से बचने के लिए खाद्य पदार्थ
भरपूर नींद समग्र कल्याण के लिए आवश्यक है, जिनमें खान-पान की पंसद अच्छी नींद में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। अच्छी नींद आने के लिए भोजन को ट्रिप्टोफैन, मैग्नीशियम और मेलाटोनिन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होना चाहिए। इनसे शरीर को आराम और निद्रा चक्र को सही करने में सहायता मिलती है। अनिद्रा प्रबंधन के लिए संतुलित आहार को अपनाना आवश्यक है। इनमें हल्दी के साथ गर्म दूध से लेकर साबुत अनाज और मेवों का सेवन किया जाना सम्मिलित है।
चिंता से राहत के लिए भोजन
चिंता आधुनिक जीवन का एक सामान्य पहलू है, जिन्हें आहार समेत अनेक कारक प्रभावित कर सकते हैं। कुछ खाद्य पदार्थों में ऐसे गुण हो सकते हैं, जो चिंता को कम करने में सहायता कर सकते हैं। इसमें कार्बोहाइड्रेट, ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आहार फायदेमंद हो सकता है। हमें मानसिक स्वास्थ्य के अनुकूल आहार करना चाहिए। परिणामस्वरूप केवल आहार परिवर्तन ही नहीं अपितु उचित मार्गदर्शन अपेक्षित है।
कैफीन और निकोटीन जैसे उत्तेजक पदार्थों के सेवन को सोने के समय करने से बचना या सीमित करना आवश्यक है, क्योंकि वे अनिद्रा का कारण बन सकते हैं। इसके अतिरिक्त, शराब के सेवन से रात में देर से नींद आने की समस्या हो सकती है।
अनिद्रा और चिंता के लिए नमूना आहार
खाना | भोजन के विकल्प |
नाश्ता | – बादाम, अखरोट और चिया बीज के साथ दलिया। |
– प्राकृतिक मिठास के लिए कटे हुए केले। | |
– कैमोमाइल या तुलसी चाय। | |
मध्य-सुबह का नाश्ता | – मिश्रित जामुन के साथ ग्रीक दही। |
दिन का खाना | – क्विनोआ या ब्राउन चावल के साथ ग्रील्ड या बेक्ड सैल्मन। |
– पालक, ब्रोकोली और शिमला मिर्च जैसी मिश्रित सब्जियां। | |
दोपहर का नाश्ता | – मुट्ठी भर मिश्रित मेवे (बादाम, काजू)। |
रात का खाना | – भूरे चावल या साबुत गेहूं की रोटी के साथ मसूर दाल। |
– हल्की पकी हुई सब्जियां (तोरी, गाजर)। | |
सोने से पहले | – गर्म दूध में चुटकी भर हल्दी मिलाएं। |
– हर्बल आसव (लैवेंडर या पुदीने की चाय)। |
सेहत के लिए अच्छी नींद लेना बहुत ज़रूरी है। मेलाटोनिन और सेरोटोनिन जैसे नींद को नियंत्रित करने वाले हार्मोन से युक्त कुछ खाद्य पदार्थ और पेय नींद की गुणवत्ता में सुधार करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों से जल्दी और लंबी नींद आती है।
इनका सेवन सोने से 2-3 घंटे पहले ही करें ताकि एसिड रिफ्लक्स जैसी पाचन समस्या न हो। हालांकि सोन पर भोजन और पेय पदार्थ के सटीक प्रभाव की पुष्टि हेतु और अध्ययन की आवश्यकता है। वर्तमान में डाइटरी चॉइस को महत्वपूर्ण माना जाता है।
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