Last Updated on अप्रैल 9, 2024 by Neelam Singh
सारांश
फेसबुक पर जारी एक वीडियो के जरिए दावा किया जा रहा है कि जोड़ों के दर्द को किसी भी उम्र में हमेशा के लिए ठीक किया जा सकता है। जब हमने इस पोस्ट का तथ्य जाँच किया तब पाया कि यह दावा बिल्कुल गलत है।
दावा
फेसबुक पर जारी एक वीडियो के जरिए दावा किया जा रहा है कि जोड़ों के दर्द को किसी भी उम्र में हमेशा के लिए ठीक किया जा सकता है। पोस्ट का स्क्रीनशॉट नीचे संलग्न है:
तथ्य जाँच
जोड़ों में दर्द क्यों होता है?
जोड़ों में दर्द निम्नलिखित कारण से हो सकते हैं-
ऑस्टियोआर्थराइटिस: यह जोड़ों में दर्द का आम कारण है। यह एक घिसाव और टूट-फूट की स्थिति है, जहां जोड़ों को सुरक्षित रखने वाला उपास्थि (cartilage) समय के साथ खराब हो जाती है। इससे हड्डियां आपस में रगड़ती हैं, जिससे दर्द, सूजन और जकड़न पैदा होती है। ऑस्टियोआर्थराइटिस प्रत्येक व्यक्ति को अलग तरह से प्रभावित करता है। कुछ लोगों में ऑस्टियोआर्थराइटिस दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों को प्रभावित नहीं करता है। वहीं कुछ लोगों में यह दर्द और दिव्यांगता का कारण बन सकता है। जोड़ों की क्षति आमतौर पर धीरे-धीरे विकसित होती है। हालांकि कुछ लोगों में यह जल्दी खराब हो सकती है।
रुमेटीइड गठिया: यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली जोड़ों की परत सहित स्वस्थ ऊतकों पर हमला करती है। इसके परिणामस्वरूप शरीर के जोड़ों में दर्द, सूजन, कठोरता और थकान होती है।
गठिया या आर्थराइटिस: यह जोड़ों के दर्द और सूजन के लिए एक आज एक आम प्रचलन का शब्द बन गया है लेकिन इसके कई प्रकार होते हैं, जिनमें रुमेटीइड गठिया, ल्यूपस और सोरियाटिक गठिया शामिल है।
संक्रमण: बैक्टीरिया या वायरस से जोड़ों के संक्रमण से दर्द, सूजन, बुखार और ठंड लग सकती है।
वजन: अधिक वजन या मोटापे के कारण घुटनों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे जोड़ों का दर्द हो सकता है।
इसके अलावा जोड़ों के दर्द के अन्य कारण भी हैं, जिसमें मधुमेह, मोटापा और हाइपोथायरायडिज्म जैसी कुछ बीमारियां भी शामिल हैं।
क्या जोड़ों के दर्द को हमेशा के लिए ठीक किया जा सकता है?
जोड़ों के दर्द को हमेशा के लिए ठीक किया जा सकता है या नहीं, यह दर्द के कारण पर निर्भर करता है। कुछ मामलों में, जैसे कि ऑस्टियोआर्थराइटिस, दर्द को पूरी तरह से ठीक करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन इसे प्रबंधित करना और लक्षणों को कम करना संभव है।
गठिया का कोई इलाज नहीं है लेकिन दर्द और सूजन को कम करके जोड़ों को आराम दिया जा सकता है लेकिन इसके लिए चिकित्सक की सलाह आवश्यक है क्योंकि वो ही दर्द के कारण की जाँच कर सकते है और उसके अनुरुप उपचार बता सकते हैं। इसके अलावा जीवनशैली में बदलाव करके, वजन को नियंत्रित करके, शारीरिक गतिविधि को दिनचर्या में शामिल करके भी जोड़ों के दर्द में थोड़ा आराम हासिल किया जा सकता है लेकिन ये दर्द को ताउम्र नहीं होने देंगे या दर्द को जड़ से खत्म कर देंगे, ऐसा कोई दावा या वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
डॉ. सुशांत श्रीवास्तव, एमबीबीएस, एमएस (ऑर्थोपेडिक्स) एक अनुभवी ऑर्थोपेडिक सर्जन हैं। वे बाल चिकित्सा ऑर्थोपेडिक्स में विशेषज्ञ हैं। साथ ही वर्तमान में वे बिहार के किशनगंज में माता गुजरी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज और लायंस सेवा केंद्र अस्पताल में ऑर्थोपेडिक्स विभाग में सहायक प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने इस वीडियो में किए गए दावे के बारे में बताया, “जोड़ों के दर्द का इलाज करना तब ही कारगर साबित होता है, जब उसके कारण के बारे में सटीक जानकारी हो। बिना दर्द का कारण जानें इलाज करना जटिल है क्योंकि ऑस्टियोआर्थराइटिस, चोट, सूजन, संक्रमण इत्यादि भी जोड़ों के दर्द का कारण बन सकता है। जोड़ों में होने वाला दर्द केवल घुटनों, पीठ या कमर से संबंधित नहीं होता बल्कि शरीर में कई जोड़ काम करते हैं। बिना सही से जाँच किए यह कहना असंभव है कि जोड़ों के दर्द को ठीक किया जा सकता है।”
उन्होंने आगे बताया “Cartilage एक कठोर लेकिन लचीली ऊतक होती है, जो 65-80 प्रतिशत पानी से बनी होती है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ cartilage अपनी शक्ति खोने लगती है, जिसके बाद ‘मैट्रिक्स’ इस कार्य को गति देने का काम करता है इसलिए जोड़ों के स्वास्थ्य और कामकाज को बनाए रखने के लिए अच्छी तरह से हाइड्रेटेड (पानी की कमी ना होने देना) रहना भी महत्वपूर्ण है। इसके अलावा नियमित चिकित्सीय जांच से जोड़ों की समस्याओं का जल्द पता लगाने में मदद मिल सकती है और सही उपचार तुरंत शुरू किया जा सकता है। याद रखें, ये केवल सामान्य दिशानिर्देश हैं और अलग-अलग ज़रूरतें व्यक्ति-दर-व्यक्ति भिन्न हो सकती हैं। व्यक्तिगत सलाह के लिए हमेशा प्रमाणित स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श लें।”
क्या फेसबुक पर जारी वीडियो भ्रामक है?
बिल्कुल क्योंकि इस वीडियो को बनाने के लिए AI की मदद ली गई है। इस वीडियो में पतंजलि के रामदेव बाबा को दिखाया गया है जबकि वो उनकी आवाज नहीं है। इसके अलावा जब हमने वीडियो के key frames को सर्च किया तो केवल रामदेव बाबा की तस्वीर मिली। इसके अलावा वीडियो में दिए गए लिंक को क्लिक करने पर कोई कंटेंट नहीं पाया गया है। इसका मतलब यही है कि यह लिंक भी CLICK BAIT है। इस वीडियो को केवल लोगों में भ्रम उत्पन्न करने के लिए बनाया गया है। साथ ही वीडियो में किस औषधि या दवा की बात हो रही है, यह स्पष्ट नहीं है।
पतंजलि की मीडिया टीम से पल मिश्रा विवेकानंद ने हमें बताया कि रामदेव बाबा ने इस तरह के किसी उत्पाद का प्रचार नहीं किया है। यह वीडियो AI से निर्मित है इसलिए लोगों से अनुरोध है कि इस तरह के दावों पर ध्यान ना दें।
अतः उपरोक्त शोध पत्रों एवं चिकित्सक के बयान के आधार पर कहा जा सकता है कि यह दावा बिल्कुल गलत है। हमने पहले भी जोड़ों के दर्द से सम्बंधित दावों का तथ्य जाँच किया है, जैसे- घरेलू तौर पर बनाए गए तेल से मालिश करने से घुटनों का दर्द कम होगा और घरेलू तेल से मालिश करने पर 100 साल तक जोड़ों के दर्द से छुट्टी मिल जाएगी.
किसी भी तरह के दर्द को नजरअंदाज ना करें क्योंकि दर्द शरीर में हो रहे बदलाव का संकेत होते हैं। अपने चिकित्सक से संपर्क करे और इस तरह के भ्रामक दावों से दूर रहे।
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