Last Updated on मार्च 5, 2024 by Neelam Singh
सारांश
सोशल मीडिया पर एक वीडियो के जरिए दावा किया जा रहा है कि सात रुपये की राम किट के जरिए हार्ट अटैक का इलाज किया जा सकेगा। जब हमने इस वीडियो का तथ्य जाँच किया तब पाया कि यह दावा आधा सत्य है।
दावा
सोशल मीडिया पर एक वीडियो के जरिए दावा किया जा रहा है कि सात रुपये की राम किट के जरिए हार्ट अटैक का इलाज किया जा सकेगा।
पोस्ट का स्क्रीनशॉट नीचे दिया गया है:
तथ्य जाँच
राम किट क्या है?
इसमें चार दवाइयां हैं। इसमें Ecosprin 75 mg की दो गोली, Rosuvastatin 20 mg की एक गोली है और Sorbitrate 5 mg की एक गोली है। इन दोनों दवाइयों को पानी के साथ लेने के लिए कहा जा रहा है। वहीं इन चार दवाइयों से बनी इस किट की कीमत 7 रुपये तक बताई जा रही है।
इसमें मौजूद दवाइयां कितनी असरदार हैं?
कुछ हद तक। सबसे पहले Ecosprin की बात करें, तो शोध बताते हैं कि हृदय संबंधी गंभीर स्थितियों में Ecosprin का इस्तेमाल द्वितीयक रोकथाम (secondary prevention) के लिए कम खुराक में किया जाता है। मृत्यु दर लाभ पर मिश्रित निष्कर्षों के कारण प्राथमिक रोकथाम (primary prevention) के लिए इसका उपयोग चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।
उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर USPSTF (US Preventive Services Task Force) और AHA (American Hospital Association) ने प्राथमिक रोकथाम में Ecosprin के उपयोग के लिए सिफारिश की है। हालांकि लोगों द्वारा Ecosprin का उपयोग व्यापक पैमाने पर किया जाता है, लेकिन हृदयाघात में त्वरित लाभ को लेकर अभी और शोध की आवश्यकता है।
राम किट में मौजूद अन्य दवाएं क्या कारगर हैं?
वहीं अगर बात Rosuvastatin की करें, तो शोध बताते हैं कि Rosuvastatin का उपयोग सीधे हृदयाघात के इलाज के लिए नहीं किया जाता है। हृदयाघात एक आपातकालीन चिकित्सीय स्थिति है, जिसमें तत्काल यानी की तुरंत चिकित्सीय सहायता देने की आवश्यकता होती है। हालांकि Rosuvastatin एक स्टैटिन दवा है, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके लंबे समय तक हृदयाघात को रोकने में मदद कर सकती है। ये शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल यानी की High Density Lipoprotein को बढ़ाने का काम करती है। अध्ययनों से पता चला है कि Rosuvastatin उच्च कोलेस्ट्रॉल या मौजूदा हृदय रोग वाले लोगों में हृदयाघात, स्ट्रोक और अन्य हृदय संबंधी घटनाओं के जोखिम को काफी कम कर सकता है।
अब Sorbitrate की बात करते हैं। शोध के अनुसार Sorbitrate (isosorbide dinitrate) का उपयोग सीधे तौर पर हृदयाघात को रोकने के लिए नहीं किया जाता है। यह नाइट्रेट्स नामक दवाओं के एक वर्ग से संबंधित है, जो मुख्य रूप से कोरोनरी धमनी रोग से संबंधित परेशानियों को कम करने में कारगर माना जाता है। यह Angina (सीने में दर्द) से राहत दिलाने का काम करता है क्योंकि ये रक्त की धमनियों को आराम देता है। जिससे वे चौड़ी हो जाती हैं और रक्त का प्रवाह आसानी से बिना रुके संभव हो पाता है। यही कारण है कि हृदय संबंधित समस्याओं में इसका इस्तेमाल किया तो जाता है लेकिन हृदयाघात में तुरंत लाभ को लेकर अभी और शोध की आवश्यकता है।
डॉ. मोहित भगवती MBBS, DNB (General Medicine), and DNB (Cardiology) बताते हैं, “इकोस्पिरिन (एस्पिरिन), रोसुवास्टेटिन और सॉर्बिट्रेट (आइसोसोरबाइड डिनिट्रेट) ऐसी दवाएं हैं, जिनका उपयोग आमतौर पर हृदय संबंधी स्थितियों के लिए किया जाता है लेकिन हृदयाघात को रोकने में उनकी भूमिका अलग-अलग होती है। जैसे-
इकोस्पिरिन (एस्पिरिन): यह अक्सर रक्त के थक्के बनने के जोखिम को कम करने के लिए निर्धारित किया जाता है, जिससे हृदयाघात होने की संभावना होती है। आमतौर पर हृदय संबंधी घटनाओं के इतिहास वाले व्यक्तियों के लिए एस्पिरिन की सिफारिश की जाती है। हालांकि जो लोग हृदय रोग के मरीज नहीं हैं, उनके लिए नियमित रूप से एस्पिरिन लेना एक अच्छा तरीका नहीं हो सकता है।
रोसुवास्टेटिन: यह एक स्टैटिन दवा है, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करती है। एथेरोस्क्लेरोसिस को रोकने में कोलेस्ट्रॉल का प्रबंधन महत्वपूर्ण है। यह एक ऐसी स्थिति है, जो हृदयाघात का कारण बन सकती है। नियमित रूप से सेवन करने पर मधुमेह, डिस्लिपिडेमिया और उच्च रक्तचाप के रोगियों में हृदयाघात को रोकने में इसकी निश्चित रूप से भूमिका होती है।
सॉर्बिट्रेट (आइसोसोरबाइड डिनिट्रेट): यह एक नाइट्रेट दवा है, जिसका उपयोग रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करने, हृदय पर कार्यभार को कम करने और रक्त प्रवाह में सुधार करने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग अक्सर एनजाइना में किया जाता है, जो सीने में दर्द की विशेषता वाली स्थिति है। यह ना तो हृदयाघात को रोकता है और ना ही इसका इलाज करता है। यह कोरोनरी धमनियों में रुकावट के कारण होने वाले एनजाइना का एक लक्षणात्मक उपचार है।”
उन्होंने आगे कहा, “हालांकि ये दवाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं मगर यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि उनकी प्रभावशीलता किसी व्यक्ति की विशिष्ट स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर भिन्न हो सकती है। इन सभी तीन दवाओं से युक्त “राम किट” हृदयाघात को नहीं रोकता है, जैसा कि इस वीडियो द्वारा दावा किया गया है। जबकि सभी तीन दवाएं हृदय रोग विशेषज्ञों द्वारा व्यापक रूप से उपयोग की जाती हैं। उनके संकेतों को एक किट में नहीं जोड़ा जा सकता है। हृदय संबंधी समस्याओं से बचने के लिए चिकित्सीय देखभाल और फर्जी खबरों से बचना बेहद जरुरी है।”
क्या राम किट का इस्तेमाल हार्ट के प्राथमिक उपचार में किया जा सकता है?
कुछ हद तक। HDNA आरोग्यम अस्पताल, पटना, के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक बोस बताते हैं, “यह इतना आसान नहीं है। Ecosprin को नियमित रूप से केवल प्राथमिक रोकथाम के लिए नहीं दिया जाता है। वहीं Rosuvastatin को प्राथमिक रोकथाम के लिए दिया जा सकता है जबकि Sorbitrate केवल एंजाइनल दर्द यानी की सीने में हो रहे दर्द से राहत के लिए दिया जाता है। ISIS 2 परीक्षण ने STEMI में एस्पिरिन (aspirin) की प्रभावकारिता को दिखाया है। यह मृत्यु दर को 23% तक कम कर देता है और अगर स्ट्रेप्टोकिनेज (streptokinase) के साथ जोड़ा जाए तो यह मृत्यु दर को 42% तक कम कर देता है। वहीं अन्य प्रकार के दिल के दौरे यानी की हृदयाघात में प्रभावकारिता स्पष्ट नहीं है। हालांकि जिन्हें पहले हृदयाघात हुआ हो या जिनकी समस्या गंभीर स्थिति में है, उन्हें केवल इन दवाइयों के भरोसो नहीं रहना चाहिए।”
अतः शोध पत्रों एवं चिकित्सक के बयान के आधार पर कहा जा सकता है कि राम किट भले ही हृदय संबंधी समस्याओं में लाभकारी हो लेकिन हृदय संबंधी किसी भी समस्या को गंभीरता से लेते हुए तुरंत चिकित्सीय इलाज लेना भी जरुरी है।
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