सारांश

एक सोशल मीडिया पोस्ट द्वारा दावा किया जा रहा है कि कोरोना की वैक्सीन लेने वाले हर भारतीय को प्रधानमंत्री जन कल्याण विभाग द्वारा 5000 रुपये दिए जाएंगे। जब हमने इस पोस्ट का फैक्ट चेक किया तब पाया कि यह दावा बिल्कुल असत्य है।
दावा
एक वेबसाइट द्वारा दावा किया जा रहा है कि कोरोना की वैक्सीन लेने वाले हर भारतीय को प्रधानमंत्री जन कल्याण विभाग द्वारा 5000 रुपये दिए जाएंगे।

तथ्य जांच
क्या वास्तव में भारत सरकार वैक्सीन लगवाने के लिए नागरिकों को पैसे दे रही है?
बिल्कुल नहीं, बल्कि ऐसी कई फर्जी खबरे सोशल मीडिया पर लोगों को गुमराह करने के लिए की जाती हैं। सरकार की आधिकारिक वेबसाइट या सोशल मीडिया अकाउंट्स पर इस तरह का कोई भी दावा मौजूद नहीं है।
क्या तरीके हैं किसी वेबसाइट की वैधता जानने के?
सर्वप्रथम यह जानना जरूरी है कि सरकार की सारी वेबसाइट्स .gov.in or .nic.in पर समाप्त होती हैं और वे सुरक्षित होती हैं। लेकिन इस लिंक के साथ जुडी वेबसाइट को खोलने पर एक चेतावनी आती है जिसका स्क्रीनशॉट नीचे संलग्न है

इस वायरल वेबसाइट पर एक फॉर्म भरने के लिए लिंक आता है जिसमें सारी मांगी गई जानकारी भरने के बाद इस मैसेज को अपने पांच दोस्तों के साथ व्हाट्एप्प द्वारा शेयर करने के लिए कहा जाता है। साथ ही अगर जानकारी सही तरीके से ना भी भरी गई हो, तब भी कोई समस्या नहीं आती है और फॉर्म आसानी से सबमिट हो जाता है जबकि कोई भी जानकारी सही से ना भरने पर फॉर्म स्वीकार ही नहीं होना चाहिए। वहीं अपने group के साथ वहाट्एप्प पर शेयर करने पर ये वेबसाइट क्रिप्टो-करेंसी और बिटकॉन जैसे pages पर भेज देती है।
PIB Fact check द्वारा भी इस खबर का खंडन किया गया है
उपरोक्त तथ्यों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि ये खबर पूरी तरह से गलत है और लोगों को गुमराह करने के लिए पोस्ट की गई है।
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