सारांश

एक वेबसाइट द्वारा दावा किया जा रहा है कि गर्भावस्था में पपीता का सेवन नहीं करना क्योंकि क्योंकि इससे गर्भपात होने की संभावना होती है। जब हमने इस लेख का तथ्य जांच किया तब पाया कि यह दावा आधा सत्य है।
दावा
एक वेबसाइट द्वारा दावा किया जा रहा है कि गर्भावस्था में पपीता का सेवन नहीं करना क्योंकि क्योंकि इससे गर्भपात होने की संभावना होती है।

तथ्य जांच
क्या है पपीता?
पपीता का साइंटिफिक नाम Carica papaya है। पपीता मूल रूप से मध्य अमेरिका का फल है। यह उष्णकटिबंधीय क्षेत्र (Tropical Regions) में ज्यादा पाए जाते हैं और जहां भरपूर वर्षा होती है लेकिन लंबे समय तक बाढ़ नहीं आती वहां भी पपीता का फल सामान्यतौर पर पाया जाता है। वहीं ठंड का तापमान पपीते की फसल को नुकसान पहुंचा सकता है। फल के अतिरिक्त पपीता के बीजों का भी उपयोग कई स्वास्थ्य संबंधित स्थितियों में किया जाता है।
किन पोषक तत्वों से भरपूर है पपीता?
पपीता में भारी मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट जैसे विटामिन-ए, विटामिन-सी और विटामिन-ई पाए जाते हैं, जिनसे हार्ट अटैक होने का खतरा कम होता है। पपीता में भारी मात्रा में फाइबर मौजूद होते हैं, जो कोलेस्ट्रोल को कम करने में मदद करते हैं। पपीता में मौजूद फॉलिक एसिड Homocysteine amino acid को कम हानिकारक amino acid में बदल देता है।
मांसाहारी भोजन में Homocysteine amino acid पर्याप्त मात्रा में होते हैं, जो हार्ट अटैक का कारक बनता है इसलिए पपीता का सेवन करना हार्ट अटैक को कम करता है। पपीता में दो तरह के एंजाइम- papain और chymopapain पाए जाते हैं, जो पाचन शक्ति को बढ़ाने के साथ-साथ शरीर की सूजन को कम करने के साथ अर्थराइटिस और अस्थमा की संभावनाओं को कम करते हैं।
क्या गर्भावस्था में पपीता खाने से गर्भपात होता है ?
National Library Of Medicine द्वारा प्रकाशित Papaya (Carica papaya) consumption is unsafe in pregnancy: fact or fable? Scientific evaluation of a common belief in some parts of Asia using a rat model शीर्षक के तहत शोधपत्र के अनुसार गर्भावस्था के दौरान कच्चा पपीता नहीं खाना चाहिए क्योंकि पपीता में मौजूद Papain को शरीर Prostaglandins हार्मोन समझ लेता है, जिससे uterus के अंदर सिकुड़न (contraction-relaxation) होने लगती है, हालाँकि उससे भी गर्भपात नहीं होता है।

Dr. Manzer Altamash Shaikh, Consultant Obstetrician, Gynaecologist, and Fertility Specialist, Masina Hospital, Mumbai, बताती हैं कि, “हमारे समाज में घरेलू नुस्खों को लेकर कुछ भ्रांतियां हैं लेकिन किसी भी फल या खाद्य पदार्थ के खाने से गर्भपात नहीं होता है। पपीता खाने से भी गर्भपात नहीं होता है पर कुछ परेशानियां अवश्य हो सकती हैं जैसे uterus के अंदर सिकुड़न आदि।

चीफ डायटिशियन एवं डायबिटीज प्रशिक्षक प्रियंवदा दीक्षित ने इस दावे से जुड़े सवाल पर बताया कि, “पपीता गर्भवती महिलाओं के लिए तभी लाभदायक है, जब पूरी तरह पका हुआ पपीता खाया जाए लेकिन कच्चा पपीता नहीं खाना चाहिए। साथ ही अगर किसी तरह की एलर्जी या स्वास्थ्य संबंधी कोई अन्य परेशानी या कोई मेडिकल कंडीशन है, तब पपीता का सेवन चिकित्सकों की सलाह पर करना चाहिए।”
उपरोक्त विवरण और चिकित्सक के दिए बयान के आधार पर यह कहा जा सकता है कि यह दावा आधा सत्य है कि पपीता खाने से गर्भपात होता है बल्कि ऐसी संभावना केवल कच्चा या अधपका पपीता खाने से होती है।
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