Last Updated on दिसम्बर 20, 2023 by Shabnam Sengupta
डॉ. रीना मजीठिया आठ वर्षों से अधिक की विशेषज्ञता के साथ एक अनुभवी सलाहकार त्वचा विशेषज्ञ और कॉस्मेटोलॉजिस्ट हैं। उन्होंने मुंबई, वेल्लोर और गुजरात सहित भारत के विभिन्न राज्यों में चिकित्सका के क्षेत्र में अपना योगदान दिया है। वर्तमान में वे ट्रिशा क्लिनिक में सलाहकार त्वचा विशेषज्ञ और कॉस्मेटोलॉजिस्ट के रूप में कार्यरत हैं। इस साक्षात्कार में डॉ. रीना मजीठिया स्वास्थ्य साक्षरता के महत्व और लोगों की स्वास्थ्य देखभाल में इसके महत्व के बारे में बताया है।
जब कोई मरीज आपको अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में बताता है, तो वे अपने संचार में सबसे आम गलतियां क्या करते हैं?
मरीजों द्वारा अक्सर की जाने वाली सबसे प्रचलित संचार त्रुटियों में से एक उनकी समस्या की सटीक अवधि प्रदान करने में असफल होना है। इसके अतिरिक्त, वे अक्सर उन उपचारों और उनके द्वारा ली गई ओवर-द-काउंटर दवाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी छोड़ देते हैं।
आपके लिए स्वास्थ्य साक्षरता का क्या अर्थ है, और रोगी देखभाल में यह महत्वपूर्ण क्यों है?
मेरे लिए स्वास्थ्य साक्षरता का अर्थ यह जानना है कि जब स्वास्थ्य की बात आती है, तो क्या करें और क्या ना करें। गलत या अधूरी जानकारी या समझ ना केवल परिणाम को प्रभावित करती है, बल्कि जीवन की गुणवत्ता पर भी व्यापक प्रभाव डालती है। लोग अनावश्यक रूप से कुछ खाद्य पदार्थों से परहेज कर सकते हैं, जिससे उनके पोषण पर असर पड़ सकता है। इसी तरह, यदि लोगों को स्थिति के बारे में ठीक से शिक्षित नहीं किया जाता है, तो कई पुरानी स्थितियां तनाव बढ़ा सकती हैं इसलिए लोगों की भलाई के लिए उचित स्वास्थ्य साक्षरता आवश्यक है।
यदि कोई मरीज अपनी स्वास्थ्य स्थिति की बुनियादी बातों के बारे में जानकार है, तो यह समग्र उपचार प्रक्रिया के लिए कितना सहायक है?
जब किसी मरीज को अपनी स्वास्थ्य स्थिति की बुनियादी बातों के बारे में जानकारी होती है, तो यह उचित देखभाल और निवारक उपायों के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करता है। इसके अतिरिक्त, वे रखरखाव देखभाल के महत्व को समझते हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य को दीर्घकालिक लाभ मिलता है।
चिकित्सीय गलत सूचना उपचार प्रक्रियाओं को कितना प्रभावित कर सकती है?
चिकित्सीय गलत सूचना संपूर्ण उपचार प्रक्रिया को व्यापक तौर पर प्रभावित करती है। यह विभिन्न चरणों को प्रभावित करता है। जैसे- मरीजों का विश्वास, परिणामों की व्याख्या और दीर्घकालिक रखरखाव के लिए निर्देशों का पालन करना।
सबसे आम मिथक या गलत सूचना क्या है जिसका शिकार आप अपने मरीज़ों को होते हुए देखते हैं?
त्वचा संबंधी समस्याओं से संबंधित कई आम मिथक और गलत सूचनाएं मौजूद हैं। उदाहरण के लिए, कई लोगों का मानना है कि खट्टा भोजन त्वचा की स्थिति को खराब कर देता है। भले ही यह केवल एक फंगल संक्रमण ही क्यों ना हो। इसके अतिरिक्त, बहुत से लोग धूप से सुरक्षा के लिए मॉइस्चराइजेशन के महत्व से अनजान हैं। कुछ लोग दीर्घकालिक लाभों के लिए ऐसी त्वचा देखभाल प्रथाओं के लगातार पालन की आवश्यकता को समझने में विफल रहते हैं। एक और गलतफ़हमी यह है कि त्वचा की सभी समस्याओं का इलाज केवल क्रीम से किया जा सकता है और एक बार इलाज बंद करने पर स्थिति और खराब हो जाती है। इसके अलावा, एक गलत धारणा यह है कि लोगों को लगता है कि विशेषज्ञ डॉक्टर और गैर-त्वचा विशेषज्ञ त्वचा की किसी भी समस्या का इलाज कर सकता है।
मरीजों को ऑनलाइन स्वास्थ्य संबंधी ग़लत सूचनाओं से दूर रहने के लिए आपकी सबसे आम सलाह क्या है?
मैं हमेशा अपने मरीजों को सलाह देती हूँ कि वे इंटरनेट पर उपलब्ध स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी सलाह या चीज़ को आज़माने से पहले उससे संबंधित क्षेत्र में विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें क्योंकि इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी भले ही सच हो लेकिन पूरी सच नहीं होती।
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