Last Updated on मई 7, 2020 by Team THIP
सारांश
फेसबुक में लिखी कईं पोस्टों और हाल ही में एक भारतीय मंत्री के द्वारा किये गए दावे के अनुसार, सूर्य का प्रकाश आपके शरीर से कोरोना वायरस को निकाल सकता है तथा आपको विटामिन डी भी दे सकता है| हमने इस दावे की जांच की और इसे भ्रामक पाया|
दावा
फेसबुक में लिखी कुछ बंगाली पोस्टों में लोगों से 22 मार्च , 2020 को दोपहर एक बजे अपनी छतो पर जाने का आग्रह किया है| यह दावा इस बात पर आधारित है कि कोरोना वायरस 26 डिग्री तापमान पर मर जाता है और 22 मार्च को दोपहर एक बजे तापमान ३६ डिग्री होगा|
इसी प्रकार के एक अन्य दावे में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री, श्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा, “लोगों को कम से कम 15 मिनट सूर्य के प्रकाश में ज़रूर बिताने चाहिए| सूर्य के प्रकाश से विटामिन डी मिलता है , साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और कोरोना जैसे वायरस भी मर जाते हैं |
फैक्ट चेक
क्या फेसबुक पोस्ट में लिखा दावा कि कोरोना वायरस सचमुच 26 या 36 डिग्री तापमान में जीवित नहीं रहता, सही है?
नहीं| विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्पष्ट रूप से बताया है कि कोरोना वायरस गर्म और आद्र स्थिति में जीवित रहता है|
हालांकि इस सन्देश में कहीं भी तापमान की मात्रा स्पष्ट नहीं है पर सरलता के लिए हम अभी तापमान को 26 डिग्री और 36 डिग्री सेंटीग्रेड ही मान रहे हैं |(आम तौर पर भारत का आजकल का तापमान)
क्या सूर्य के प्रकाश से वायरस नष्ट हो जाते हैं?
शोध कर्ताओं ने यह बताया है कि सूर्य का प्रकाश और UV रेडिएशन वातावरण में मुख्य रूप से प्राकृतिक वायरस नाशक का काम करती हैं| UV रेडिएशन रासायनिक रूप से वायरस के अनुवांशिक पदार्थ, डी एन ए तथा आर एन ए में परिवर्तन कर देती हैं|
हालांकि निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना ज़रूरी है:-
(क ) सूर्य का प्रकाश केवल कुछ ही बैक्टीरिया तथा वायरस को मार सकता है सभी को नहीं| विष्व स्वास्थ्य संगठन ने यह स्पष्ट किया है की नोवेल कोरोना वायरस सूर्य के प्रकाश में नहीं मरता|
(ख) जो बैक्टीरिया और वायरस सूर्य के प्रकाश से मर जाते हैं वह तभी मरते हैं जब तक सूर्य का प्रकाश उन पर पड़ता है| यह तभी हो सकता है जब वायरस हमारी त्वचा पर हो|
क्या सूर्य का प्रकाश विटामिन डी का एक स्त्रोत है ?
सूर्य का प्रकाश विटामिन डी का एक उत्तम स्त्रोत है हालांकि सूर्य के प्रकाश में अत्यधिक देर रहने पर त्वचा का कैंसर तथा सनबर्न भी हो सकता है| इस विषय पर डॉ. मनीष सिंघल की बात सुनिए|
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