Last Updated on नवम्बर 9, 2022 by Neelam Singh
सारांश
एक वेबसाइट द्वारा प्रकाशित आलेख द्वारा दावा किया जा रहा है कि मिट्टी से स्नान करने पर त्वचा साबुन की अपेक्षा कहीं अधिक स्निग्ध और मुलायम हो जाती है। जब हमने इस पोस्ट का तथ्य जांच किया तब पाया कि यह दावा आधा सत्य है।
दावा
एक वेबसाइट द्वारा प्रकाशित आलेख द्वारा दावा किया जा रहा है कि मिट्टी से स्नान करने पर त्वचा साबुन की अपेक्षा कहीं अधिक स्निग्ध और मुलायम हो जाती है।
तथ्य जांच
मिट्टी में किन चीजों की अधिकता होती है?
पेड़-पौधों के विकास के लिए मिट्टी की उर्वरा शक्ति एक अहम भूमिका निभाती है। Department Of Primary Industries द्वारा प्रकाशित आलेख के अनुसार मिट्टी में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, कैल्शियम, पौटेशियम, मैग्निशियम एवं सल्फर अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। वहीं आयरन, मैग्नीज, कॉपर, जिंक, बोरॉन, मोलिब्डिनम कम मात्रा में पाए जाते हैं।
साबुन में किन तत्वों की अधिकता होती है?
Wiley Online Library द्वारा प्रकाशित आलेख के अनुसार साबुन को cleaning agent भी कहा जाता है। साबुन बनाने के लिए मुख्य रुप से कच्चा वनस्पति तेल एवं पशु की चर्बी का उपयोग किया जाता है। साबुन को बनाने के लिए saponification की प्रक्रिया की जाती है। Re Agent द्वारा प्रकाशित आलेख के अनुसार विभिन्न प्रकार के साबुन को बनाने के लिए अलग-अलग प्रकार की सामाग्रियों का उपयोग किया जाता है। जैसे – palm oil, olive oil, beef or mutton fats, laurel और canola oil आदि। साबुन को बिना alkali (क्षार) और oil (तेल) के नहीं बनाया जा सकता। साथ ही रासायनिक प्रकृति के अनुसार साबुन कई प्रकार के होते हैं। जैसे – sodium tallowate, sodium palmate एवं sodium cocoate इत्यादि।
क्या मिट्टी में स्नान करना है लाभप्रद?
विभिन्न शोध पत्रों के अनुसार मिट्टी में स्नान करना लाभदायक हो सकता है। इस शोध के अनुसार मिट्टी में स्नान करने से ऑस्टियोअर्थराइटिस में राहत मिलती है। साथ ही National Library Of Medicine द्वारा प्रकाशित इस शोध के अनुसार मिट्टी को घुटनों पर लगाने से घुटनों के दर्द में राहत मिलती है। Science Direct द्वारा प्रकाशित Mud Therapy शोध पत्र इस बात का दावा करते हैं कि मिट्टी लगाने से या मिट्टी में नहाने से त्वचा की नमी बरकरार रहती है, त्वचा के पीएच को सामान्य बनाए रखने में मदद करती है। साथ ही यह दावा करते हैं कि मिट्टी एक बेहतर cosmeceutical agent है, अर्थात जिसमें कॉस्मेटिक्स और औषधि दोनों के गुण पाए जाते हैं।
क्या मिट्टी में स्नान करने के दुष्प्रभाव होते हैं ?
त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. ज्योति कन्नगनाथ इस दावे के बारे में बताती हैं, “कुछ शोध पत्रों के अनुसार मिट्टी में स्नान करना कुछ लोगों के लिए हानिकारक साबित नहीं होता है लेकिन ऐसा जरुरी नहीं है कि मिट्टी में स्नान करना हर व्यक्ति के लिए लाभप्रद हो। अगर गलती से भी कोई व्यक्ति मिट्टी का सेवन कर लेता है, या मिट्टी आंखों में, कानों में या नाक में चली जाती है, तब किसी भी व्यक्ति के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। इसके अलावा अगर किसी व्यक्ति की त्वचा पर किसी तरह का घाव या चोट हो, तब उसे मिट्टी में स्नान करने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसी स्थिति में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही हर साबुन की प्रवृत्ति भी अलग-अलग होती है, जिसके लिए अगर शरीर पर किसी तरह का बदलाव दिखाए दे, तब चिकित्सीय सलाह लेना जरुरी हो जाता है।”
मिट्टी में स्नान करना लाभप्रद हो सकता है परन्तु यह कहना कि मिट्टी में स्नान करने से त्वचा कहीं अधिक स्निग्ध और मुलायम हो जाएगी यह पूर्ण रूप से सच नहीं है।
Disclaimer: Medical Science is an ever evolving field. We strive to keep this page updated. In case you notice any discrepancy in the content, please inform us at [email protected]. You can futher read our Correction Policy here. Never disregard professional medical advice or delay seeking medical treatment because of something you have read on or accessed through this website or it's social media channels. Read our Full Disclaimer Here for further information.