Last Updated on दिसम्बर 4, 2022 by Neelam Singh
सारांश
एक सोशल मीडिया पोस्ट द्वारा दावा किया जा रहा है कि विक्स द्वारा पेट की चर्बी को कम किया जा सकता है। जब हमने इस पोस्ट का तथ्य जांच किया तब पाया कि यह दावा ज्यादातर गलत है।
दावा
एक युट्युब वीडियो के जरिए द्वारा दावा किया जा रहा है कि विक्स लगाने से पेट की चर्बी को कम किया जा सकता है।
तथ्य जांच
विक्स क्या है?
विक्स का उपयोग सामान्यतः हर घर में सर्दी-जुकाम से राहत पाने के लिए किया जाता है। यह अमेरीकी कंपनी Procter & Gamble का उत्पाद है। विक्स की आधिकारिक वेबसाइट द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार विक्स के मुख्य अवयवों में कपूर, नीलगिरी का तेल और मेन्थॉल मौजूद होते हैं, जो कफ, सर्दी-जुकाम में राहत पहुंचाने का काम करते हैं। इसके अलावा विक्स में देवदार का तेल, जायफल का तेल, petrolatum, thymol and turpentine oil (तारपीन का तेल) भी मौजूद होता है।
कैसे करें विक्स का उपयोग?
विक्स की आधिकारिक वेबसाइट द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार विक्स का उपयोग केवल सर्दी-जुकाम में ही किया जा सकता है। इसके अलावा एक दिन में केवल तीन बार ही विक्स का इस्तेमाल करना चाहिए। विक्स का प्रयोग गले, छाती या मामूली जोड़ों के दर्द में किया जा सकता है, जिसके लिए चिकित्सीय सलाह बेहद जरुरी है। साथ ही विक्स का उपयोग दो वर्ष से अधिक के बच्चों पर ही किया जाना चाहिए। इसके अलावा विक्स को किसी बर्तन में पानी गर्म करने के दौरान भी नहीं डालना चाहिए क्योंकि इससे जलने की आशंका होती है।
क्या है कपूर?
कपूर को कपूर की पेड़ की छाल से निकाला जाता है। हालांकि अब कपूर को तारपीन के तेल से भी प्राप्त किया जाने लगा है। कपूर का इस्तेमाल मुख्य रुप से पूजा-पाठ आदि में किया जाता है मगर कपूर कई औषधीय गुणों से भरपूर भी होता है। इस आलेख के अनुसार आयुर्वेदिक पद्धति में कपूर का इस्तेमाल नारियल तेल में मिलाकर कफ को कम करने के लिए किया जाता है। हालांकि ऐसा कोई प्रमाण मौजूद नहीं है, जो इस बात का दावा करता हो कि कपूर लगाने से शरीर की चर्बी कम की जा सके। हालांकि खाने योग्य कपूर में स्क्रैपिंग के गुण होते हैं, जो शरीर से अतिरिक्त चर्बी को हटाने का काम करते हैं लेकिन लगाने से चर्बी कम हो, ऐसा कोई प्रमाण नहीं है।
क्या होता है बेकिंग सोडा?
बेकिंग सोडा का इस्तेमाल खाद्य पदार्थों जैसे ब्रेड, केक आदि में किया जाता है। इसकी प्रकृति क्षारीय (basic) होती है। बेकिंग सोडा एसिड के साथ मिलकर कार्बन डाइऑक्साइड गैस का उत्पादन करता है और ये गैस के बुलबुले खाद्य पदार्थ में फंस जाते हैं, जिससे वह फूल जाता है या ऊपर उठ जाता है लेकिन बेकिंग सोडा का प्रयोग चर्बी कम करने में नहीं किया जाता। विशेषज्ञों का कहना है कि बेकिंग सोडा को विक्स के साथ मिलाकर त्वचा पर लगाना हानिकारक हो सकता है क्योंकि विक्स और बेकिंग सोडा की प्रकृति बिल्कुल अलग है। साथ ही चर्बी कम करने और बेकिंग सोडा को लेकर कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, जो इस दावे की पुष्टि करते हो।
चर्बी क्या है?
चर्बी को ओबिसिटी या मोटापा कहा जाता है। इस शोध द्वारा प्रकाशित आलेख के अनुसार अधिक कैलोरी का सेवन करने, शारीरिक गतिविधियों में कमी करने, आनुवंशिक कारणों के कारण एवं स्वास्थ्य संबंधी किसी तरह की परेशानी होने पर मोटापा हो सकता है। Cleveland Clinic द्वारा प्रकाशित आलेख के अनुसार अगर किसी का बीएमआई (Body Mass Index) 30 से ज्यादा है, तो उसे भी ओवरवेट (मोटापे से ग्रसित) की श्रेणी में रखा जाता है। ओबिसिटी को ठीक करने के लिए सही खानपान, शारीरिक गतिविधियों को प्राथमिकता देना एवं तनाव कम लेना शामिल है। इसके अलावा चिकित्सकों की निगरानी में ओबिसिटी को कम करने के लिए सर्जरी भी की जाती है।
क्या विक्स लगाने से पेट की चर्बी कम होती है?
त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. जोयिता चौधरी इस दावे के बारे में कहती हैं, “विक्स का मुख्य अवयव कपूर है, जिससे त्वचा संवेदनशील हो सकती है। साथ ही विक्स के उपयोग से त्वचा में जलन, सूजन और ल्यूकोडर्मा के भी कुछ मामले सामने आए हैं इसलिए त्वचा संबंधी परेशानियों में विक्स लगाना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।”
त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. ज्योति अगारकर बताती हैं, “विक्स को लेकर लोगों में कई भ्रामक बातें मौजूद हैं और उनमें से एक है कि विक्स लगाने से चर्बी कम होती है मतलब मोटापा कम होता है लेकिन ये बातें केवल भ्रामकता फैलाती हैं। इनके पीछे कोई तथ्यात्मक कथन मौजूद नहीं है बल्कि किसी भी त्वचा संबंधी परेशानियों में विक्स को सीधे तौर पर त्वचा पर लगाना हानिकारक हो सकता है क्योंकि विक्स में मौजूद नीलगिरी के तेल से संक्रमण या contact dermatitis की संभावना होती है।”
उपरोक्त विवरण और चिकित्सकों के दिए बयान के आधार पर यह कहा जा सकता है कि यह दावा गलत है और विक्स लगाने से पेट की चर्बी को कम नहीं किया जा सकता है।
Disclaimer: Medical Science is an ever evolving field. We strive to keep this page updated. In case you notice any discrepancy in the content, please inform us at [email protected]. You can futher read our Correction Policy here. Never disregard professional medical advice or delay seeking medical treatment because of something you have read on or accessed through this website or it's social media channels. Read our Full Disclaimer Here for further information.