Last Updated on जुलाई 31, 2022 by Neelam Singh
सारांश
एक सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया गया है कि कॉफी से कैंसर होता है। हमने इस पोस्ट की तथ्य-जांच की और पाया कि यह दावा ज्यादातर असत्य है।
दावा
एक You Tube Video में ये दावा किया गया है कि एक कप कॉफ़ी पीने से आपको कैंसर हो सकता है
तथ्य जांच
क्या कॉफी कैंसर कारक है?
कुछ रिसर्च बताते हैं कि बहुत गर्म तरल पदार्थ पीने से कोशिकाओं को क्षति होने के अनुमान है लेकिन कॉफी को लेकर प्रमाणिक आंकड़े या दावे उपलब्ध नहीं है।
वहीं कुछ प्रकाशित रिसर्च के अनुसार विभिन्न कैंसर के खिलाफ कॉफी सुरक्षात्मक भूमिका निभाता है। हालांकि साल 2016 में अमेरिकन एसोसिएशन फॉर कैंसर रिसर्च में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार कॉफी का सेवन कोलोरेक्टल कैंसर (सीआरसी) के जोखिमों के साथ विपरीत रूप से जुड़ा हो सकता है। हालांकि साल 2018 में जर्नल ऑफ एपिडेमियोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि सीमित मात्रा में कॉफी का सेवन सीआरसी के जोखिमों से कम या विपरीत तौर पर जुड़ा हो सकता है। हालांकि इसका कोई सांख्यिकीय रूप से प्रमाण उपलब्ध नहीं है।
कुछ अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि कॉफी कैंसर होने की संभावना को कम कर सकती है और कुछ प्रकार के कैंसर के साथ इसका संबंध विपरीत भी है। हालांकि कुछ प्रमाण हैं, जो बताते हैं कि कॉफी कैंसर के खतरे को कम कर सकती है लेकिन ऐसा कोई सबूत नहीं है, जो यह बताता हो कि कॉफी कैंसर को कम कर सकती है या कैंसर का इलाज कर सकती है।
दावा कैसे सुर्खियों में आया?
साल 2018 में कैलिफोर्निया में एक मुकदमा दायर किया गया जो कॉफी पैकेजिंग पर कैंसर चेतावनी लेबल लगाने की मांग करता है क्योंकि कॉफी में एक्रिलामाइड (Acrylamide) होता है, जिसे चूहों में कैंसर से जोड़ा गया था लेकिन शोधकर्ताओं का मानना है कि कॉफी कार्सिनोजेनिक अर्थात कैंसर कारक नहीं है।
ऐसा लगता है कि साल 1991 में कैंसर पर इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च (IARC) द्वारा कॉफी को मनुष्यों के लिए “संभवतः कार्सिनोजेनिक” के रूप में मानने के बाद यह दावा सुर्खियों में आया है। इसका मतलब है कि कॉफी से कैंसर होने की पुष्टि करने के लिए ‘पर्याप्त सबूत नहीं’ हैं। हालांकि बाद में IARC (2016) ने एक प्रेस बयान जारी किया कि “मनुष्यों और जानवरों में 1000 से अधिक अध्ययनों की पूरी तरह से समीक्षा करने के बाद कार्य समूहों ने पाया कि कॉफी कैंसर कारक है या नहीं है, इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है जिसके बाद ही अंदाजा लगाया जा सकेगा कि कॉफी और कैंसर का पूर्ण रुप से कोई संबंध है या नहीं है।
इस प्रेस बयान में आगे दावा किया गया है कई अध्ययनों से पता चला है कि कॉफी पीने से अग्न्याशय , स्तन और प्रोस्टेट कैंसर के लिए कोई कैंसर कारक प्रभाव नहीं था। वहीं यह पाया गया कि कॉफी पीने से यकृत और गर्भाशय एंडोमेट्रियम के कैंसर का जोखिम कम होता है। साथ ही 20 से अधिक अन्य कैंसरों के लिए सबूत अनिर्णायक थे।
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