सारांश

सोशल मीडिया में एक पोस्ट वॉयरल हो रही है जिसमे ये दावा किया गया है कि इज़राइल के वैज्ञानिकों ने सबसे पहले ही नोवेल
कोरोना वायरस (COVID-19) के टीके की खोज कर ली है| हमने पड़ताल की और पता चला कि यह दावा सही नहीं है|
दावा

हमारे एक रीडर ने हमसे एक व्हाट्स एप पोस्ट सांझा कर उसकी जांच करने का निवेदन किया| मैसेज में दी गयी फोटो में लिखा है ,” अब कोरोना वायरस से और मौतें नहीं। प्रभु इज़राइल वासियों को आशीर्वाद दें, उन्होंने कोरोना वायरस के लिए टीके
की खोज कर ली है|”
फैक्ट चेक

कोरोना वायरस के सम्बन्ध में बहुत से गुमराह करने वाले तथा गलत खबरें रोज़ाना सामने आ रहीं हैं| हम केवल विश्व स्वास्थय संगठन (WHO), सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सी डी सी) तथा स्वास्थय मंत्रालय की वेबसाइट पर मिलने वाली जानकारी को ही सही मानते हैं| यदि इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए किसी दवा या टीके का आविष्कार होगा, वह सबसे पहले इन वेबसाइट और उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर दिखाई देगा| पर हमें इस दावे को सही करार देने वाली कोई जानकारी इन वेबसाइट पर नहीं मिली|
साथ ही आपको यह भी बता दें कि विश्व स्वास्थय संगठन की वेबसाइट पर कहा गया है कि COVID-19 का कोई टीका अभी उपलब्ध नहीं है|
हमने इस दावे की पड़ताल के लिए बड़ी बड़ी दवा बनाने वाली कंपनियों से संपर्क किया| किसी भी दवा बनाने वाली कंपनी के
पास इस विषय पर कोई जानकारी नहीं है|
फ़ाइज़र कंपनी द्वारा जारी की गयी अभी हाल ही कि एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, कंपनी ने एक अन्य दवा कंपनी, बायो एन टेक के साथ COVID-19 संक्रमण से बचाव हेतु एम आर एन ए आधारित टीका बी एन टी 162 बनाने के लिए हाथ मिलाया है|
लगभग 35 कम्पनियाँ और शैक्षणिक संस्थाएं इस टीके की खोज की दौड़ में शामिल हैं| ताज़ा रिपोर्टों के अनुसार, विभिन्न
अंतराष्ट्रीय मीडिया संस्थाओं ने यह उजागर किया है कि इस दौड़ में पहली कंपनी बोस्टन स्थित मोडेर्मा जल्द ही मानव ट्रायल में आ जायेगी| (स्रोत: टाइम)
डी गार्डियन में छपी रिपोर्ट (स्रोत : यहां क्लिक करें) के अनुसार, एक टीके की खोज से लेकर उपलब्धता के लिए कम से कम 18 महीने का समय लगता है|
तो क्या इज़राइली कंपनी वाली खबर गलत थी ?
क्योंकि वायरल हुई फोटो में दवा की बोतल पर किसी भी कंपनी का नाम नहीं दिख रहा था, हमने कोरोना वायरस के टीके पर शोध कर रहीं इज़राइली कंपनियों पर खोज शुरू की|
ऐसा ज्ञात हुआ है कि जो 35 कंपनियां और शैक्षणिक संस्थान टीके की खोज की दौड़ में शामिल हैं, उनमें से मिगाल शोध संस्थान इज़राइल का है| इस कंपनी ने फरवरी माह में एक प्रेस वौज्ञाप्ति ज़ारी की जिसके अनुसार वे COVID -19 से बचाव के टीके की खोज पर काम कर रहे हैं और उन्हें सफलता भी लगभग मिल ही चुकी है| यह कंपनी पक्षियों में होने वाले एवियन कोरोना वायरस संक्रमण ब्रोंकाइटिस वायरस (आई बी वी ) से बचाव का टीका खोजने में सफल भी हुई है| अब यह कंपनी इस दवा/टीके को मानवों पर टेस्ट करेगी| इसमें कंपनी को जेनेटिक परिवर्तन करने होंगे ताकि यह मानवों को संक्रमित करने वाले कोरोना वायरस स्ट्रेन से बचाव कर सके|
देखा जाए तो यह कदम मानवों में COVID -19 से बचाव का टीका खोजने की और एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, लेकिन टीका अभी तक त्यार नहीं हुआ है| (18 मार्च, 2020 तक उपलब्ध तथ्यों के आधार पर यह रिपोर्ट लिखी गयी है)
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