सारांश
एक वेबसाइट द्वारा प्रकाशित आलेख द्वारा दावा किया जा रहा है कि केले के छिलकों द्वारा मुंहासों को दूर किया जा सकता है। जब हमने इस पोस्ट का तथ्य जाँच किया तब पाया कि यह दावा ज्यादातर गलत है।

दावा
एक वेबसाइट द्वारा मुंहासों को कम करने के लिए इन 2 तरीकों से करें केले के छिलके का इस्तेमाल, त्वचा बनेगी बेदाग शीर्षक से प्रकाशित आलेख द्वारा दावा किया जा रहा है कि केले के छिलकों द्वारा मुंहासों को दूर किया जा सकता है।

तथ्य जाँच
हार्मोन मुंहासों के उभरने को कैसे प्रभावित करते हैं?
मुंहासे तब होते हैं, जब शरीर अधिक मात्रा में सीबम का उत्पादन करने लगता है। सीबम एक प्रकार का रिसाव है, जो वसामय ग्रंथियां (Sebaceous Gland) द्वारा होता है। यह त्वचा के रुखेपन को कम करता है। सीबम और मृत कोशिकाएं एक छिद्र में एकत्रित होती हैं और इसी स्थान पर मुंहासा, घाव या दाना विकसित होने लगता है।
किशोरावस्था में वसामय ग्रंथिया ज्यादा सक्रिय होती हैं इसलिए इस उम्र में मुंहासों का होना स्वभाविक है। पुरुषों में इसका एक प्रमुख कारण उच्च टेस्टोस्टेरोन स्तर भी हो सकता है, जो किशोरावस्था के दौरान प्रजनन क्षमता, मांसपेशियों के विकास आदि में सक्रिय भूमिका निभाता है। महिलाओं में मुंहासे गर्भावस्था या मासिक धर्म चक्र से संबंधित हार्मोनल परिवर्तनों के कारण भी हो सकते हैं। कई बार मुंहासों का विकास रजोनिवृत्ति के दौरान भी देखा जाता है। हालांकि मुंहासों के विकास में प्रोजेस्ट्रॉन की भूमिका अभी तक स्पष्ट नहीं है। इसके अलावा इंसुलिन और ग्लुकोकोर्टिकोइड्स हार्मोन भी मुंहासे के विकास पर प्रभाव डालते हैं।
क्या केले का छिलका मुंहासों के खिलाफ प्रभावी है?
अभी तक तो नहीं। केला पोषक तत्वों से भरपूर होता है। केला खाने के बाद केले के छिलके को अपशिष्ट माना जाता है और आमतौर पर इसे फेंक दिया जाता है। केला का छिलका केला के पौधे का ही एक हिस्सा है, जिसका उपयोग औषधीय गुणों के लिए किया जा सकता है। केला में फाइबर, फेनोलिक यौगिकों, टैनिन, सैपोनिन, अल्कलॉइड, स्टेरॉयड, फ्लेवोनोइड और कार्बोहाइड्रेट प्रचुर मात्रा में होते हैं।
केले के छिलके में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स बढ़ती उम्र के कारण त्वचा पर होने वाले प्रभाव को कम करते हैं। केला खाने से विटामिन A की अधिकता से होने वाले त्वचा सम्बन्धी जलन में राहत मिलती है। केले के छिलकों में सूजन को कम करने के गुण पाए जाते हैं क्योंकि इसमें बॉयो एक्टिव कंपाउड्स होते हैं। हालांकि केले के छिलकों में मुंहासों को कम करने की क्षमता नहीं होती है, इसलिए मुंहासों के इलाज में केले के छिलकों की भूमिका की पुष्टि करने के लिए और शोध की आवश्यकता है।
Treatment Modalities for Acne शोधपत्र के अनुसार मुंहासों को ठीक करने के लिए फिजिकल थेरेपी, फोटोडायनामिक थेरेपी, टॉपिकल थेरेपी और सिस्टमिक थेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है।
भोजन का त्वचा पर क्या प्रभाव पड़ता है?
त्वचा के स्वास्थ्य और भोजन का आपस में गहरा संबंध है। Diet and Skin Aging—From the Perspective of Food Nutrition शोधपत्र के अनुसार अगर पोषण से भरपूर भोजन का सेवन किया जाए, तो त्वचा संबंधित परेशानियों को कम किया जा सकता है, जैसे – असमय बढ़ती उम्र का प्रभाव, इत्यादि। त्वचा हमारे शरीर का आवरण है, जो हमारे आंतरिक अंगों को ना केवल बाहरी क्षति से बचाती है बल्कि शरीर में पानी के स्तर को बनाए रखने में मदद करती है।
Effects of Diet on Acne and Its Response to Treatment शोध बताता है कि ओमेगा-3 फैटी एसिड और कम ग्लाइसेमिक युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने से मुंहासों को कम किया जा सकता है। हालांकि इसके बावजूद भी कई कारण हैं, जो मुंहासों को प्रभावित कर सकते हैं। जैसे – तापमान, क्षेत्र, चिकित्सीय स्थिति, दवाइयों का सेवन, इत्यादि लेकिन कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स, कम वसा और कम डेयरीयुक्त आहार का सेवन करने से मुंहासों के इलाज में मदद मिलती है।
अतः हम इस निष्कर्ष पर पहुंचते हैं कि केले के छिलकों में एंटीऑक्सीडेंट, सूजन को कम करने और रोगाणुरोधी गुण पाए जाते हैं, लेकिन केले का छिलकों का मुंहासों पर लगाने संबंधित कोई शोधपत्र या प्रमाण मौजूद नहीं है, जो इस दावे की पुष्टि करते हो इसलिए यह दावा ज्यादातर गलत है।
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