सारांश
फेसबुक पर जारी एक वीडियो के जरिए दावा किया जा रहा है कि दूध वाली चाय पीने से गैस, एसिडिटी, हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। जब हमने इस वीडियो का तथ्य जाँच किया तब पाया कि यह दावा आधा सत्य है।

दावा
फेसबुक पर जारी एक वीडियो के जरिए दावा किया जा रहा है कि दूध वाली चाय पीने से गैस, एसिडिटी, हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है।

तथ्य जाँच
लैक्टोज इंटॉलरेंस क्या है?
लैक्टोज इंटॉलरेंस, पाचन संबंधी विकार है, जिसमें लोगों को डेयरी उत्पादों के मुख्य यौगिक ‘लैक्टोज’ को पचाने में काफी दिक्कत होती है। इस समस्या से ग्रसित लोगों को डेयरी उत्पादों के सेवन विशेषकर दूध पीने के बाद पेट में सूजन, गैस, एसिडिटी, दस्त और पेट में ऐंठन जैसी दिक्कतें हो जाती हैं। इसके लक्षण अमूमन डेयरी उत्पादों के सेवन के 30 मिनट के बाद ही शुरु होते हैं। लैक्टोज इंटॉलरेंस को ठीक करने का कोई तरीका नहीं है लेकिन इसे नियंत्रित किया जा सकता है, जिसके लिए चिकित्सक से सलाह लेना ही बचाव का सही तरीका है। साथ ही फेसबुक पर जारी वीडियो में जिन लक्षणों का जिक्र किया गया है, वे लैक्टोज इंटॉलरेंस से ही संबंधित हैं। जैसे- गैस और एसिडिटी।
क्या चाय और रक्तचाप में कोई संबंध है?
हां, चाय और रक्तचाप का संबंध है। शोध बताते हैं कि चाय में मौजूद flavonoids और catechins रक्तचाप को कम कर सकते हैं। वहीं शोध बताते हैं कि चाय में कैफीन भी मौजूद होता है, जो रक्तचाप को बढ़ा सकता है। हालांकि इसका असर विभिन्न तरह के चाय पर अलग-अलग होने की संभावना है इसलिए इस बात की पुष्टि के लिए और शोध की आवश्यकता है, जो चाय और रक्तचाप के संबंध को संपूर्ण रुप से परिभाषित करता है।
क्या दूध वाली चाय से गैस, एसिडिटी और उच्च रक्तचाप की समस्या हो सकती है?
भारत में अधिकांश घरों में दूध वाली चाय ही बनाई जाती है, जिसमें चाय पत्ती, चीनी, पानी और दूध का उपयोग किया जाता है। शोध के जरिए यह पता चलता है कि दूध वाली चाय से कुछ लोगों को लैक्टोज इंटॉलरेंस की समस्या हो सकती है, जिस कारण उन्हें गैस और एसिडिटी की दिक्कत हो सकती है। हालांकि ऐसा जरुरी नहीं है कि हर व्यक्ति को एक समान समस्या हो क्योंकि जिन्हें लैक्टोज इंटॉलरेंस नहीं है, उन्हें इस तरह की समस्या होने की संभावना कम होती है।
वहीं रक्तचाप को लेकर अभी स्पष्ट वैज्ञानिक शोध मौजूद नहीं है, जो इस बात की पुष्टि करता हो कि चाय पीने से उच्च रक्तचाप की समस्या होती है। हालांकि कैफीन के मौजूद होने के कारण संभावना है कि चाय रक्तचाप के स्तर को बढ़ा सकती है।

चीफ डायटिशियन एवं डायबिटीज प्रशिक्षक प्रियंवदा दीक्षित बताती हैं, “चाय का सेवन करना एसिडिटी को बढ़ाने वाला हो सकता है इसलिए सीमित मात्रा में सेवन करना सही है। वही जिन लोगों को दूध से एलर्जी है या किसी खास तरह की चायपत्ती से परेशानी है, तो उनकी समस्या बढ़ भी सकती है। हालांकि चाय और रक्तचाप को लेकर अभी स्पष्टता नहीं है। बेहतर यही है कि चाय का सेवन नियंत्रित रूप से ही किया जाए।”
अतः उपरोक्त शोध पत्रों एवं चिकित्सक के बयान के आधार पर कहा जा सकता है कि यह दावा आधा सत्य है क्योंकि इस विषय पर अभी गहन शोध की आवश्यकता है।
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