Last Updated on मई 29, 2023 by Neelam Singh
सारांश
सोशल मीडिया पर जारी पोस्ट के जरिए दावा किया जा रहा है कि गर्मी के महीनों में यदि आप बहुत थके हुए हैं, तो तुरंत बहुत ठंडा पानी पीने से बचें क्योंकि इससे नसें या रक्त वाहिकाएं संकरी हो सकती हैं, जिससे स्ट्रोक हो सकता है। जब हमने इस पोस्ट का तथ्य जाँच किया तब पाया कि यह दावा ज्यादातर गलत है।
दावा
सोशल मीडिया पर जारी पोस्ट के जरिए दावा किया जा रहा है कि गर्मी के महीनों में यदि आप बहुत थके हुए हैं, तो तुरंत बहुत ठंडा पानी पीने से बचें क्योंकि इससे नसें या रक्त वाहिकाएं संकरी हो सकती हैं, जिससे स्ट्रोक हो सकता है।
तथ्य जाँच
क्या गर्मियों के मौसम में ठंडा पानी पीने से स्ट्रोक हो सकता है?
गर्मी के मौसम में ठंडा पानी पीने को लेकर कई भ्रामक दावे वायरल होते हैं कि ठंडा पानी पीने से स्ट्रोक हो सकता है लेकिन इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। हालांकि गर्मी के मौसम में बहुत ज्यादा ठंडा पानी पीने की सलाह नहीं दी जाती लेकिन कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण यह साबित नहीं करता है कि इससे स्ट्रोक होने की संभावना होती है।
स्ट्रोक एक आपातकालीन अवस्था है, जो मस्तिष्क तक रक्त की आपूर्ति बाधित या कम होने से होती है। जब मस्तिष्क की कोशिकाओं को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिल पाते तो वे कोशिकाएं समाप्त हो जाती हैं। स्ट्रोक दो प्रकार के होते हैं, जिन्हें इस्केमिक और रक्तस्रावी कहा जाता है। ये आमतौर पर उच्च रक्तचाप, धूम्रपान, उच्च कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह के कारण होता है।
मणिपाल अस्पताल मैसूर में दुर्घटना और आपातकालीन विभाग के प्रभारी और सलाहकार डॉ. प्रदीप राजन्ना बताते हैं, “गर्म वातावरण से आने के बाद ठंडा पानी पीने और स्ट्रोक का आपस में कोई संबंध नहीं है। हालांकि गर्म वातावरण से आकर अचानक ठंडा पानी पीने के कारण पेट में मौजूद रक्त वाहिकाओं के अचानक सिकुड़ने के कारण सिर दर्द या पेट दर्द जैसी परेशानी हो सकती है लेकिन यह स्ट्रोक से संबंधित नहीं है। शरीर अपने आंतरिक तापमान को संतुलित रखने में सक्षम है लेकिन अगर आप गर्म वातावरण से आ रहे हैं, तो किसी भी प्रकार के ठंडे खाद्य या पेय पदार्थों का सेवन करने से पहले कुछ समय तक आराम करना अच्छा विकल्प हो सकता है ताकि किसी तरह की अन्य परेशानियों से बचा जा सके।”
उन्होंने आगे बताया, “इसके अलावा ठंडे पानी से नहाने से भी रक्त वाहिकाएं फटती नहीं हैं बल्कि ठंड के संपर्क में आने से त्वचा की रक्त वाहिकाएं गर्मी से बचाव हेतू सिकुड़ जाती हैं। गर्मी के मौसम में शरीर के अंदर पानी की कमी नहीं होने देना चाहिए। इसके लिए बेहतर है कि कमरे के तापमान के अनुरुप ही पानी का सेवन किया जाए। इसके अलावा लंबे वक्त तक धूप में रहने से बचें और किसी भी प्रकार के स्ट्रोक के लक्षण जैसे- थकावट, तेज धड़कन, मिचली या चक्कर आए तो तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करें।“
अतः उपरोक्त शोधपत्रों एवं चिकित्सक के बयान को आधार मानते हुए कहा जा सकता है कि ठंडा पानी पीने से स्ट्रोक होने की संभावना कम है लेकिन अच्छे स्वास्थ्य के लिए बेहतर है कि गर्मी के मौसम में ना ज्यादा ठंडा पानी पिएं और ना लंबे वक्त तक धूप की किरणों के संपर्क में रहे।
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