सारांश

सोशल मीडिया पर एक पोस्ट द्वारा दावा किया जा रहा है कि ड्राई फ्रूट्स खाने से बीमारी होने का खतरा 99 प्रतिशत तक कम हो जाता है। जब हमने इस पोस्ट का फैक्ट चेक किया, तब यह दावा ज्यादातर झूठ पाया गया है।
दावा
इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में ये दावा किया गया है कि अगर आप प्रतिदिन ड्राई फ्रूट्स खाते हो तो आपको कोई बीमारी होने की संभावना 99% कम हो जाता है, और आप स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
तथ्य जाँच
ड्राई फ्रूट्स क्या हैं?
ड्राई फ्रूट्स का मतलब सुखे मेवे होता है, जिनमें से नमी को हटा दिया जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान फल सिकुड़ जाता है, जिससे उसका छोटा परन्तु ऊर्जा से भरपूर स्वरूप निकल आता है। सूखे मेवों को ताजे फल की तुलना में अधिक समय तक संरक्षित किया जा सकता है और यह नाश्ते व भोजन का एक भाग हो सकता है।
ड्राई फ्रूट्स कितने पौष्टिक होते हैं?
सूखे मेवों में ताजे फल की तुलना में फाइबर, विटामिन और खनिज की मात्रा अधिक होती है। ड्राई फ्रूट्स में एंटीऑक्सीडेंट (पोलिफनॉल अधिकांश मात्रा में) पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं, जो कैंसर एवं कोलेस्ट्रोल से बचाव करने में कारगर होते हैं। इसके अलावा पोटेशियम, फाइबर, विटामिन्स पाए जाते हैं लेकिन विटामिन-सी की मात्रा फल को सुखाने के कारण कम हो जाती है। किशमिश, काजू, बादाम, खजूर आदि में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
ड्राई फ्रूट्स खाने से वजन कम करने में सहायता मिलती है क्योंकि ये ओबिसिटी को कम करने में सहायक होता है। किशमिश खाने से ब्लड प्रेशर कम करने में, ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में, बार-बार खाने की इच्छा को कम करने में और कोलेस्ट्रोल को कम करने में मदद मिलती है।
क्या सिर्फ सूखे मेवे नियमित खाने से आप बिमारियों से बच सकते हैं ?

डायबिटीज एंड ओबेसिटी केयर सेंटर, पटना, की फाउंडर डाइटिशियन सुमिता कुमारी बताती हैं कि सिर्फ ड्राई फ्रूट्स खाने से ही सेहतमंद नहीं रहा जा सकता बल्कि नियमित व्यायाम, संतुलित भोजन, तनावरहित दिनचर्या आदि पर भी इंसान का स्वास्थ्य निर्भर करता है इसलिए यह कहना की सिर्फ ड्राई फ्रूट्स खाने से बिमारियों से रक्षा हो जाएगी, गलत होगा।
एक रिसर्च के अनुसार सूखे मेवे खाने का Cardiovascular diseases के रिस्क कारकों पर कोई विशेष प्रभाव नहीं देखा गया। वहीँ एक अन्य शोध में पाया गया कि नियमित सूखे मेवे खाने व संतुलित जीवनचर्या अपनाने से कैंसर होने का खतरा थोड़ा कम हो सकता है पर ९९ प्रतिशत नहीं।
इसके अतिरिक्त, आजकल ड्राई फ्रूट्स में संरक्षक (Preservatives) भी मिलाये जाते हैं ताकि इन्हें लंबे समय तक रखा जा सके और इनकी रंगत बरकरार रहे। Sulfites नामक संरक्षक का इस्तेमाल आमतौर पर ज्यादा किया जाता है, जिससे कुछ लोगों को पेट में दर्द, त्वचा पर चकत्ते या सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं देखी जाती हैं। साथ ही कभी-कभी इनमें कवक (Fungi) या अन्य विषैले तत्व विकसित हो जाते हैं।
उपरोक्त विश्लेषण के आधार पर कहा जा सकता है कि सूखे मेवे पौष्टिक होते हैं परन्तु यह दावा कि ड्राई फ्रूट्स खाने से बीमारी होने का खतरा 99 प्रतिशत तक कम हो जाता है, अधिकतर झूठ है।
Disclaimer: Medical Science is an ever evolving field. We strive to keep this page updated. In case you notice any discrepancy in the content, please inform us at [email protected]. You can futher read our Correction Policy here. Never disregard professional medical advice or delay seeking medical treatment because of something you have read on or accessed through this website or it's social media channels. Read our Full Disclaimer Here for further information.