अधिकांश लोगों के लिए दिन की शुरुआत एक गर्म कप कॉफी के बिना अधूरी लगती है। लेकिन अगर कोई महिला IVF की तैयारी कर रही है या इस प्रक्रिया से गुजर रही है, तो उसके मन में यह प्रश्न आ सकता है कि क्या कैफीन का असर उसकी फर्टिलिटी पर पड़ सकता है। इस लेख में हमने IVF के दौरान कॉफी के सेवन के असर का उल्लेख किया है।
IVF की सफलता पर कैफीन का क्या असर होता है?
कैफीन एक प्राकृतिक उत्तेजक है जो कॉफी, चाय, चॉकलेट और कुछ सॉफ्ट ड्रिंक्स में पाया जाता है। कम मात्रा में यह सामान्य लगता है, लेकिन शोध से पता चलता है कि इसका सेवन अधिक मात्रा में करने से अंडे बनने की क्षमता (ovarian reserve) को नुकसान पहुंच सकता है।
अत्यधिक कैफीन लेने से शरीर में तनाव के हार्मोन बढ़ जाते हैं और गर्भाशय (uterus) में रक्त प्रवाह कम हो जाता है। इससे भ्रूण (embryo) के सही तरीके से चिपकने में परेशानी आ सकती है महिलाओं में, अधिक कैफीन अंडाणु (egg) की गुणवत्ता या भ्रूण के विकास को प्रभावित कर सकता है। पुरुषों में, यह शुक्राणुओं की संख्या या उनकी गति को कम कर सकता है, जिससे गर्भधारण की संभावना घट सकती है।

डॉ. देवयानी मुखर्जी, रिप्रोडक्टिव एंडोक्रिनोलॉजिस्ट, बिरला फर्टिलिटी एंड IVF , राजौरी गार्डन, दिल्ली बताती हैं कि “दिन में एक कप कॉफी पीना आमतौर पर सुरक्षित है और यह IVF की प्रक्रिया को नुकसान नहीं पहुँचाता है। लेकिन बेहतर होगा कि दिनभर में कुल कैफीन की मात्रा 200 मि.ग्रा. से कम रखें — यह लगभग एक छोटी कप कॉफी के बराबर होती है।”
IVF से पहले और इसके दौरान कितनी कैफीन लेना सुरक्षित है?

गरिमा देव वर्मा, आहार विशेषज्ञ (Dietitian) और प्रमाणित डायबिटिक एजुकेटर (Certified Diabetic Educator), MSc फूड एंड न्यूट्रिशन, बताती हैं “अगर कोई महिला IVF के द्वारा गर्भधारण की योजना बना रही हैं, तो संयम बहुत ज़रूरी है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि दिनभर में कैफीन की मात्रा 200 मि.ग्रा. से कम रखना सुरक्षित है।” यह लगभग बराबर होता है:
- 1 कप (240 मि.ली.) कॉफी, या
- 2 कप ब्लैक टी (काली चाय), या
- 2 कैन कोला।
ध्यान रखें, कैफीन सिर्फ कॉफी में ही नहीं होता — यह चॉकलेट, एनर्जी ड्रिंक्स और ग्रीन टी में भी पाया जाता है। दिनभर में कोई महिला कितनी कैफीन ले रही है, इस पर नज़र रखना ज़रूरी है ताकि इसका सेवन सुरक्षित मात्रा में कर सके। गरिमा आगे बताती हैं कि “अगर कोई महिला दिन में 300 मि.ग्रा. से ज़्यादा कैफीन लेते हैं, तो गर्भधारण की संभावना कम हो सकती है।” अगर किसी महिला को चिंता या नींद संबंधी समस्या है, तो और भी कम कैफीन लेना बेहतर है। कम नींद और अधिक तनाव IVF की सफलता को प्रभावित कर सकते हैं और कैफीन इन दोनों समस्याओं को और बढ़ा सकता है।
IVF के दौरान कैफीन की इच्छा को कम करने के आसान तरीके
कॉफी छोड़ना मुश्किल हो सकता है, विशेषकर जब कोई महिला IVF की भावनात्मक चुनौतियों से गुजर रही हों। इसके बावजूद, कॉफी की इच्छी को कम किया जा सकता है। इसके लिए निम्नलिखित तरीके अपनाए जा सकते हैं:
- धीरे-धीरे बदलें: दिन में एक कप कॉफी की जगह हर्बल चाय या डिकैफ़ कॉफी लें।
- हाइड्रेटेड रहें: पर्याप्त पानी पीने से थकान और कैफीन की इच्छा कम होती है।
- ऊर्जा बढ़ाने के प्राकृतिक तरीके अपनाएं: छोटी सैर करें, गहरी सांस लें या हल्का योग करें।
- अच्छी नींद लें: अच्छी नींद शरीर की प्राकृतिक ऊर्जा बढ़ाने का तरीका है, विशेषकर IVF के दौरान।
ये छोटे बदलाव सिर्फ कॉफी के बारे में नहीं हैं — ये जीवनशैली परिवर्तन का हिस्सा है, जो IVF के दौरान शरीर और मन दोनों के लिए मददगार हैं।
किसी भी महिला को अपनी सुबह की कॉफी पूरी तरह छोड़ने की आवश्यकता नहीं है। मुख्य उद्देश्य इसे पूरी तरह से प्रतिबंधित करना नहीं, बल्कि इसका सेवन संतुलित और सोच-समझकर लेना है। कम कैफीन लेना एक शांत और स्वस्थ वातावरण बनाने में मदद कर सकता है, जो गर्भधारण के लिए अच्छा है और शरीर की प्राकृतिक लय का समर्थन करता है।
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