महिलाओं को मिले प्राकृतिक उत्पादों का फायदा इसलिए शुरु किया अपना कारोबार

चेंज मेकर्स की इस कड़ी में पढ़िए निकीता सक्सेना के बारे में जिन्होंने केमिकलयुक्त ब्यूटी प्रोडक्टस से होने वाले नुकसान को भांपकर शुरु किया हर्बल प्रोडक्टस का कारोबार।

Last Updated on जून 24, 2022 by Neelam Singh

आज महिलाएं ना केवल गृहस्थी संभाल रही हैं बल्कि अपने हुनर की बदौलत अपनी पहचान बनाने का काम भी कर रही हैं। हालांकि एक महिला के लिए अनेक भूमिकाओं को निभाना कठिन जरुर होता है मगर वे अपनी पहचान से समझौता नहीं करना चाहती।

महिलाओं के बीच सौंदर्य उत्पादों के प्रति रुझान काफी पुराना है। आजकल सोशल मीडिया और एप्स के कारण तरह-तरह के ब्यूटी प्रोडक्टस बड़ी आसानी से उपलब्ध भी हो गए हैं, जिनके पीछे काफी महंगी ब्रांडिग होती है और उससे भी ज्यादा होते हैं छिपे हुए हानिकारक तत्व। इन केमिकलयुक्त ब्यूटी उत्पादों के कारण उम्र बढ़ते-बढ़ते त्वचा पर काफी विपरीत परिणाम उभरने लग जाते हैं।  

इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखकर लखनऊ की रहने वाली 34 वर्षीय निकीता सक्सेना ने हर्बल ब्यूटी उत्पादों को बनाना शुरु किया ताकि एक ओर महिलाओं को केमिकलयुक्त उत्पादों से निजात मिले और साथ ही महंगे उत्पादों से छुटकारा भी मिल सके। निकीता ने पत्रकारिता (जर्नलिज्म एंड मॉस कॉम्युनिकेशन) में स्नातकोत्तर डिग्री लेने के बाद कई बड़ी कंपनियों के साथ काम किया जहाँ उन्हें जीवन शैली (LIfestyle) सम्बंधित क्षेत्र में काम करने का मौका मिला, जिस कारण उन्हें सौंदर्य उत्पादों की अच्छी जानकारी होते चली गई। 

साल 2014 में आया आइडिया

उन्होंने साल 2009 में नेशनल टीवी पर Skincare प्रोग्राम का संचालन किया था और इस क्षेत्र की बड़ी हस्तियों के साथ काम करते हुए ब्यूटी प्रोडक्टस पर किताबें भी लिखी जिससे उनकी उत्सुकता और जानकारी बढ़ती चली गई। इस बीच उन्होंने अपने दोस्तों को त्वचा और बालों को लेकर सलाह देना शुरू किया और लोगों को फायदा भी होने लगा जिसे देखते हुए ही साल 2014 में उन्होंने अपना ब्रांड शुरु करने का सोचा लेकिन किन्हीं कारणों से शुरु नहीं हो सका। 

परन्तु साल 2020 में जब लॉकडाउन लगा और लोग अपने घरों में बंद हो गए, उस दौरान निकीता ने अन्य लोगों की सफल स्टार्टअप से प्रेरणा पाकर मई 2021 में ‘निवा (Niva)’ नाम से अपना बिजनेस शुरु कर दिया। वे बताती हैं कि आजकल लोग स्वास्थ्य से जुड़ी भ्रामक बातों पर विश्वास कर लेते हैं। उनमें भी त्वचा को गोरा करने, सुंदरता बढ़ाने वाले विज्ञापनों पर महिलाएं खासतौर से भरोसा कर लेती हैं, जिसके परिणाम भविष्य में बहुत घातक साबित होते हैं। 

लोगों की मांग के अनुसार कार्य

“निवा – केयर विद नेचर” के नाम से शुरू किया गया ये प्रयास ‘आत्मनिर्भर भारत’ से प्रेरित है। अपने प्रोडक्टस के बारे में बताते हुए निकिता बताती हैं, “शुरुआत में हमने केवल दो प्रोडक्ट ही बनाए थे। पहला निवा हर्बल हेयर पैक और निवा स्किन केयर सल्यूशन, मगर लोगों की बढ़ती मांग और सुझाव पर अब हमने बालों के लिए एक खास हेयर टॉनिक भी बनाया है। दरअसल कुछ लोगों का कहना था कि वह अपने बालों में समय के अभाव या फिर सर्दियों में ठंडे मौसम के कारण हेयर पैक नहीं लगा पाते हैं। ऐसे में उन सभी ने मुझे कोई ऐसा प्रोडक्ट बनाने को कहा जिससे उनका समय भी बच जाए व बालों की केयर भी हो जाए। लोगों की इसी मांग पर मैंने निवा हर्बल हेयर टॉनिक तैयार किया है, जिसे लगाना बहुत आसान है।” 

मां का है पूरा सहयोग

निकीता अपने उत्पादों में किसी तरह के केमिकल या प्रिर्जरवेटिव का इस्तेमाल नहीं करती हैं। वे इनमें केवल ड्राई-फ्रुट्स, अनाज, फल-फूल के बीज, 12-14 तरह की जड़ी बूटियों आदि का इस्तेमाल करती हैं। अपने उत्पादों को लेकर निकीता कहती हैं कि चूंकि किसी तरह के प्रिर्जवेटिव का उपयोग नहीं किया गया है इसलिए इन्हे हवा बंद डिब्बों में रखना जरुरी होता है ताकि ये खराब ना हो सकें। अपनी मां के साथ मिलकर वे पैकिंग भी स्वयं करती हैं और लोगों की डिमांड के अनुसार पार्सल भी करती हैं। उनके बनाए उत्पाद दिल्ली, हैदराबाद, बैंगलोर और राजस्थान तक का सफर कर चुके हैं। 

अपने उत्पादों की मार्केटिंग के लिए निकीता ने YouTube चैनल बनाया है। इसके साथ ही Instagram और Whatsapp के जरिये भी वह लोगों तक अपने उत्पादों को शेयर करती हैं। आगे उनकी योजना प्री-ब्राइडल किट लांच करने की है। अपने संघर्षों के बारे में निकीता बताती हैं कि घर-गृहस्थी के कामों के साथ अपना एक स्टार्टअप शुरु करना काफी चुनौतीपूर्ण काम है। इसके साथ ही कोई आर्थिक सहायता भी नहीं है, जिसकी मदद से पैकिंग या अन्य ब्रांडिग का काम किया जा सके। इसलिए थोड़ा वक़्त लगता है पर वो अपने काम को लेकर संतुष्ट हैं और काफी आशावादी हैं 

निकीता आगे बताती हैं कि आजकल लोग बस तुरंत असर चाहते हैं, जिसके लिए वे केमिक्लस आदि की ओर रुख कर जाते हैं लेकिन इन केमिक्लस से ना केवल त्वचा को बल्कि एक महिला को अन्य कई तरह की जटिलताएं होने का खतरा भी होता है। बेहतर यही है कि भ्रामक खबरों से दूर रहें और जहाँ तक हो सके प्राकृतिक उत्पादों का प्रयोग करें।

Disclaimer: Medical Science is an ever evolving field. We strive to keep this page updated. In case you notice any discrepancy in the content, please inform us at [email protected]. You can futher read our Correction Policy here. Never disregard professional medical advice or delay seeking medical treatment because of something you have read on or accessed through this website or it's social media channels. Read our Full Disclaimer Here for further information.

Subscribe to our newsletter

Stay updated about fake news trending on social media, health tips, diet tips, Q&A and videos - all about health