क्या आप इन एप्स के साथ होना चाहेंगी अंतरंग?

जिस प्रकार चिट्ठी लिखना पुरानी बात हो गई है, उसी प्रकार अब अपने पीरियड्स या माहवारी की तारीखों को कैलेंडर पर निशान लगाकर याद रखना भी गुजरे जमाने की बात हो गई है। आइए इस लेख में जानते हैं, उन एप्स के बारे में जिससे आप भूल नहीं पाएंगी अपने पीरियड की तारीख...

Last Updated on जून 6, 2022 by Neelam Singh

रसोईघर एक ऐसी जगह होती है, जहां महिलाओं के दिन का अधिकांश हिस्सा बीत जाता है। ऐसे में हम सबने रसोई घर में लगे कैलेंडर को जरुर देखा होगा, जिसमें महिलाएं दूध आदि का हिसाब रखती हैं लेकिन क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि उस कैलेंडर में महिलाएं अपने माहवारी (पीरियड्स) की तारीख का हिसाब भी रखती हैं । और मान लीजिये किसी कारणवश कैलेंडर पर माहवारी की तारीख मिट गई और अगर माहवारी की तारीख याद ना हो, तो? 

इन सब परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए आजकल कई एप्स एप स्टोर पर उपल्बध हैं। इनमें से कुछ फ्री हैं, तो कुछ पेड एप्स हैं। ये एप्स ना केवल माहवारी की तारीख बताते हैं बल्कि माहवारी के समय मूड में आने वाले उतार-चढ़ाव, भूख लगना, शरीर में दर्द की जानकारी आदि के बारे में भी महिलाओं को आगाह करते हैं। इसके साथ ही बच्चा प्लान करने की सही तारीख, ओव्युलेशन आदि की जानकारी भी एप पर देखी जा सकती है। हालांकि इन एप्स के साथ आपको कई निजी और अंतरंग जानकारियां साझा करनी पड़ती है, जिसे साझा करने में महिलाओं को हिचक होती है।

इनके लिए आसान हुई ट्रैकिंग

पीरियड्स ट्रैकर एप्स इस्तेमाल करने वाली 20 वर्षीय सृष्टि ने बताया कि इन एप्स के जरिए पीरियड्स को ट्रैक करना बेहद आसान हो जाता है क्योंकि ऑफिस की दौड़-भाग में पीरियड्स की तारीख और चक्र (cycle) को याद  रखना आसान नहीं है। सृष्टि कहती हैं कि, “मैं इस एप को देखकर ही अपने ऑफिस सम्बंधित यात्राओं की तारीख तय करती हूँ और सैनेटरी पैड या टैम्पोन स्टॉक कर लेती हूं।” 

भागदौड़ की जिंदगी में सेक्सुअली एक्टिव महिलाओं के लिए ये और भी आवश्यक हो जाता है की वे अपने चक्र का विशेष ध्यान रखें। 22 वर्षीय अवंतिका (बदला हुआ नाम) बताती हैं, “काम के प्रेशर के साथ बहुत बातें याद नहीं रहतीं इसलिए जब मेरी दोस्त ने पीरियड्स ट्रैकर एप के बारे में बताया तब मैंने इसका इस्तेमाल करना शुरु कर दिया।”

जानें कुछ पीरियड्स ट्रैकिंग एप्स को 

आज हर एक महिला की जरुरतों के आधार पर एप्स मौजूद हैं। जैसे – 

  1. खेलकूद से संबंध रखने वाली महिलाओं के लिए Fitr Women एप। इस एप के द्वारा ना केवल अपने माहवारी चक्र पर नजर रखी जा सकती है बल्कि अपनी फिटनेस स्थिति को भी मापा जा सकता है। इस एप में अपने पर्सनल स्पोर्ट्स कोच को भी जोड़ने की सुविधा दी जाती है ताकि कोच भी अपने खिलाड़ी की मानसिक एवं शारीरिक स्थिति पर नजर रख सकें। हालांकि पोषण और फिटनेस की जानकारी हर महीने समान हो सकती है।
  2. Flo पीरियड्स ट्रैकर एप के जरिए महिलाएं ना केवल अपने पीरियड्स की तारीख देख सकती हैं बल्कि एप पर मौजूद अन्य महिलाओं के साथ बातचीत भी कर सकती हैं। इस एप पर कुछ पाठ्यक्रम भी उपलब्ध हैं। यह एप आर्टिफिशियल तकनीक द्वारा काम करता है ताकि गर्भवती होने वाली महिलाएं अपने ओव्युलेशन की याद रखें। हालांकि एक दूसरे से बातचीत करने वाली सेवा को इस्तेमाल करने के लिए प्रीमियम मेंबरशिप लेनी पड़ती है लेकिन यह पता लगाना मुश्किल है कि आप जिससे बातें कर रहे हैं, वह इंसान महिला है या पुरुष।
  3. Clue एप हर उम्र की महिलाओं के लिए सुरक्षित है। साथ ही इस एप में आप अपने पार्टनर को भी जोड़ सकती हैं ताकि उन्हें भी आपके बदलते मूड और पीरियड्स की जानकारी मिल सके। हालांकि इस एप में कुछ सेवाओं को इस्तेमाल करने के लिए पैसे देने पड़ते हैं और यहां आप अपनी प्रेगनेंसी को ट्रैक नहीं कर सकती और ना ही इसमें पिल्स या कांट्रासेप्शन लेने के लिए रिमांइडर की सुविधा मौजूद है। 
  4. My Calendar एप के जरिए ना केवल आप पीरियड्स को ट्रैक कर सकती हैं बल्कि सेक्शुअल एक्टिविटी, वजन, शरीर का तापमान, मूड स्विंग्स आदि को भी ट्रैक कर सकती हैं। इसमें रिमांइडर सेवा भी मौजूद है लेकिन प्रेगनेंसी या शारीरिक गतिविधि पर नज़र रखने की सुविधा नहीं है। 
  5. Magic Girl एप को किशोर लड़कियों के लिए खासतौर पर तैयार किया गया है, जहां वे अपने पीरियड्स की तारीख पर नज़र रख सकती हैं। इस एप में सैनिटरी पैड से संबंधित सारी जानकारियां मौजूद है। यहां सब एक दूसरे से जुड़कर अपनी बातें भी शेयर कर सकते हैं। हालांकि इस एप में कुछ खामियां भी हैं, जैसे – इस एप के जरिए पता लगा पाना मुश्किल है कि आप जिससे बाते कर रहे हैं, वह महिला है या पुरुष। जिससे व्यक्तिगत जानकारियां सुरक्षित नहीं रह पातीं। 
  6. वहीं mySysters एप को 45-50 साल की महिलाओं के लिए बनाया गया है, जहां महिलाएं अपने प्री-मेनोपॉज और मेनोपॉज की जानकारी ले सकती हैं क्योंकि पहली बार पीरियड्स होना और पीरियड्स के समाप्ति का समय दोनों अलग-अलग होते हैं, जिस कारण हर उम्र की जरुरतें भी अलग-अलग होती हैं। आप इन सभी एप्स को एंड्राएड और आईफोन दोनों जगह इस्तेमाल कर सकती हैं। 

स्वस्थ रहने में मिलेगी मदद

पीरियड ट्रैकिंग एप नायरा (Nyra) के संस्थापक आद्रित राहा कहते हैं, “पीसीओएस, थॉयराइड, आयरन की कमी के कारण महिलाओं को अनियमित पीरियड्स होते हैं, जिसके बारे में कई महिलाओं को जानकारी नहीं होती क्योंकि अधिकांश महिलाओं को अपने पीरियड की तारीख याद नहीं होती है लेकिन पीरियड ट्रैकर एप के जरिए महिलाएं अपने पीरियड की जानकारी ले सकती हैं, जिससे उन्हें स्वस्थ रहने में भी मदद मिलेगी।” 

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स? 

वहीं Frost & Sullivan द्वारा किए गए एक रिसर्च के अनुसार पीरियड ट्रैकिंग एप का कारोबार साल 2025 तक 50 बिलियन डॉलर के आंकड़े को छूने वाला है। इतना ही नहीं पीरियड ट्रैकर एप्स “femtech” (Related to Female-Technology) की दूनिया में एक बहुत बड़ी उपल्बधि हासिल कर सकते हैं। 

हालांकि चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञ इन बातों से सहमत नहीं हैं क्योंकि उनका मानना है कि साल 2017 में युनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन द्वारा किए गए सर्वे में सामने आया है कि ये एप्स सही जानकारी नहीं देते हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि पीसीओएस, थॉयराइड या अन्य गंभीर बीमारियों को लेकर केवल एप्स पर निर्भर रहना गलत है, क्योंकि हो सकता है कि इससे स्थिति और गंभीर हो जाए। इसलिए बेहतर है कि अपने चिकित्सक से नियमित तौर पर राय जरुर लेते रहे। 

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